Spotnow news: राजस्थान विधानसभा उपचुनावों के लिए छह सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा के बाद बीजेपी में बगावत की लहर दौड़ गई है। पार्टी के स्थानीय नेता देवली-उनियारा, झुंझुनूं और रामगढ़ सीटों पर बागी तेवर दिखा रहे हैं। इस नाराजगी को दूर करने के लिए पार्टी के शीर्ष नेता सक्रिय हैं। लेकिन बागियों को मनाने की चुनौती आसान नहीं है।
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बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के चिंताए बढ़ी
बीजेपी में जनाधार वाले बागियों और नाराज नेताओं को मनाने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष ने संभाल रखी है। सभी प्रभारी मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं को निर्देश दिया गया है कि हर सीट पर एक भी बागी न रहें। कुछ सीटों पर बागियों को मनाने का दावा किया जा रहा है, जबकि अन्य पर डैमेज कंट्रोल की कोशिशें चल रही हैं। प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने सभी बागियों को मनाने का आश्वासन दिया है। जबकि नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने चेतावनी दी है कि बीजेपी सभी सात सीटें हार सकती है।
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रामगढ़ व झुंझुनू में बगावत बरकरार
रामगढ़ में जय आहूजा की नाराजगी अभी भी बरकरार है। उन्होंने आज सभा आयोजित की है। प्रशासन ने उन्हें नोटिस देकर मामला और जटिल कर दिया है लेकिन आहूजा ने नोटिस का जवाब दे दिया है। देवली-उनियारा सीट से पूर्व उम्मीदवार विजय बैंसला भी टिकट कटने से नाराज हैं। और उनके समर्थक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
वहीं झुंझुनू सीट की पूर्व उम्मीदवार बबलू चौधरी भी बागी नामांकन भरने का ऐलान कर चुकी हैं। इस सबके बीच बीजेपी के लिए इन बागियों को मनाना एक बड़ी चुनौती बनता जा रहा है।
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