राजस्थान न्यूज़: राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नए जिलों को खत्म करने का फैसला उनकी सरकार के लिए चुनौती बनता जा रहा है।
कांग्रेस सरकार द्वारा 2023 में बनाए गए 19 नए जिलों में से 9 को समाप्त करने के फैसले पर प्रदेश भर में विरोध तेज हो गया है। कांग्रेस के साथ-साथ अब भाजपा के नेता भी इस फैसले के खिलाफ खड़े हो गए हैं।
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भजनलाल सरकार ने यह फैसला पूर्व आईएएस ललित के. पंवार की अध्यक्षता में गठित रिव्यू कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर लिया। सरकार का कहना है कि इन जिलों में पर्याप्त वित्तीय संसाधन और बुनियादी ढांचा नहीं था। कानून मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि चुनाव से पहले राजनीतिक लाभ के लिए नए जिले बनाए गए थे।
भाजपा नेताओं का विरोध
भाजपा शासित अनूपगढ़ में शनिवार रात भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष मुकेश शर्मा और महामंत्री विनय चराया ने प्रदेश नेतृत्व को अपने इस्तीफे सौंप दिए। “जिला बनाओ संघर्ष समिति” के महासचिव जरनैल सिंह तो इस फैसले से इतने आहत हुए कि धरना स्थल पर रो पड़े। अनूपगढ़ में पुतला दहन और नारेबाजी करते हुए लोगों ने सरकार के फैसले को ‘अन्यायपूर्ण’ बताया।
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शाहपुरा बंद, हाईकोर्ट जाने की तैयारी
शाहपुरा में रविवार को पूर्ण बंद रहा। स्थानीय संघर्ष समिति और कांग्रेस नेता रामेश्वर सोलंकी ने इसे जनता के साथ विश्वासघात करार दिया। वकीलों के सुझाव पर इस फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती देने की योजना बनाई जा रही है।
नीमकाथाना में जन आक्रोश रैली
नीमकाथाना के रामलीला मैदान में रविवार को भारी जनसमूह ने रैली निकालकर अपना विरोध दर्ज कराया। स्थानीय छात्र संगठनों ने भी बंद का आह्वान किया।
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सांचौर में महापड़ाव की तैयारी
सांचौर में सोमवार से कलक्ट्रेट पर महापड़ाव का ऐलान हुआ है। पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई ने इसे राजनीतिक विद्वेष की कार्रवाई बताया। उन्होंने कहा कि “जालोर 250 किमी दूर है। कांग्रेस सरकार ने जनता की सहूलियत के लिए सांचौर को जिला बनाया था। इसे खत्म करना गलत है।”
जिलों के गठन पर शिक्षा मंत्री की दो-टूक
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि नए जिलों का गठन तय मापदंडों के आधार पर ही होना चाहिए, मनमाने तरीके से नहीं। उन्होंने बताया कि एक जिले की औसत जनसंख्या 23 लाख होनी चाहिए, जबकि कांग्रेस ने 2-3 लाख की आबादी में जिले बना दिए, जो जनहित में नहीं है।
दूरी, जनसंख्या और संसाधनों को ध्यान में रखकर निर्णय लिया जाता है। दिलावर ने कहा कि कांग्रेस ने सोच-समझकर जिले बनाए होते, तो जनता उनका समर्थन करती, लेकिन छोटे-छोटे जिले बनाकर जनता के पैसे बर्बाद किए गए।
कांग्रेस सांसदों और नेताओं का विरोध
श्रीगंगानगर से कांग्रेस सांसद कुलदीप इंदौरा ने इसे ‘जनता के साथ धोखा’ कहा। वहीं, केकड़ी में जिला बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक रामवतार सिखवाल ने प्रदर्शन करते हुए सरकार पर जनभावनाओं की अनदेखी का आरोप लगाया।