Friday, May 10, 2024
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संगठित चोर गिरोह: नमक नगरी नावां की एक दुकान में चोरी करने घुसे कई युवक, सीसीटीवी में कैद हुआ गिरोह

युवाओं में कोई डर नही, आमजन पर भी कर रहे हमला

अरुण जोशी. नावां शहर। चोरी की घटना तो प्रदेश के सभी शहरों में आम बात है लेकिन नागौर के नावां शहर में हुई चोरी की घटना चर्चा का विषय है, यहां पर एक कपडे की दुकान में चोरी के सीसीटीवी फुटेज सामने आये है जिसमें चोरों की संख्या आधा दर्जन से भी अधिक है।

शहर में दस से बारह युवकों का गिरोह चोरी की वारदातों में सक्रिय है। गिरोह ने गुरुवार की रात रेलवे ओवर ब्रिज के पास एक कपड़े की दुकान में चोरी की वारदात को अंजाम दिया। दुकान से नकदी व कपड़े चुरा कर ले गए। चोरी की वारदात करते हुए सभी युवक सीसीटीवी फुटेज में कैद हो गए। इसके साथ ही चोरों ने राम लक्ष्मण कॉलोनी में एक सूने मकान में भी चोरी की वारदात को अंजाम दिया।

इसके साथ ही एक गाड़ी का शीशा फोड़ दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर में दो मोटरसाइकिल भी चोरी हुई है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार चोरी की दो रिपोर्ट दर्ज हुई है। इन युवाओं के पास दुकानों के शटर तोड़ने के सरिए व् हथियार भी है।  जिससे यह बेख़ौफ़ होकर अपराध की दुनिया में कदम रख रहे है। संगठित चोर गिरोह की इस वारदात ने पुलिस के भी कान खड़े कार दिए है।  पुलिस इस गिरोह की तलाश में जुट गई है। इस प्रकरण में जब थानाधिकारी जोगेंद्र राठौड़ से बात की तो सामने आया की रिपोर्ट दर्ज हुई है चोरों की तकनीकी सहायता के साथ सरगर्मी से तलाश शुरू कार दी गई है। जल्द ही गिरोह को पकड़ लिया जाएगा।

नावांशहर। शहर में दस से बारह युवकों का गिरोह चोरी की वारदातों में सक्रिय
नावांशहर। शहर में दस से बारह युवकों का गिरोह चोरी की वारदातों में सक्रिय

 

बेरोजगारी व महंगे शौक से गलत राह पकड़ रहे युवा :

युवाओं के गिरोह की तरह चोरी की वारदातों को देखते हुए लग रहा है की युवा अब संगठित अपराध की तरफ बढ़ रहे हैं, जिन्हें अपने भविष्य की भी चिंता नहीं है। युवाओं को लगे महंगे शौक व नशे की लत ने युवाओं को भटका दिया है। जिसके कारण युवा अपने शौक पूरे करने के लिए अपराध की ओर बढ़ रहे है। युवाओं का भविष्य अंधकार में है जिसका एक कारण बेरोजगारी भी है।

सोशल मीडिया से सीख रहे अपराध करने के नए नए तरीके:

वर्तमान पीढ़ी के कई युवा पढ़ाई में रुचि नहीं रखकर मोबाइल में रील देखने और गेम खेलने में अपना समय बीता रहे है। मोबाइल में रील व यू ट्यूब पर वीडियो देखकर युवा अपराध की ओर अपने कदम बढ़ा रहे है। युवाओं में मेहनत कर रूपए कमाने के बजाए सरल तरीके से जल्द अधिक पैसे कमाने के लिए अपराध की ओर जा रहे है।

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