Tuesday, October 8, 2024
Homeप्रमुख खबरेSpotnow News: सांसद हनुमान बेनीवाल म्यूजियम सर्किल पहुंचे, जवान रामस्वरूप कस्वां मामले...

Spotnow News: सांसद हनुमान बेनीवाल म्यूजियम सर्किल पहुंचे, जवान रामस्वरूप कस्वां मामले में बढ़ा तनाव; बोले- हमने सभी मांगें रख दीं, अब लाठी-भाटा हो सकता है

Spotnow News: बीकानेर के पांचू निवासी जवान रामस्वरूप कस्वां को शहीद का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर रविवार को धरना-प्रदर्शन पांचवे दिन भी जारी रहा। हालांकि, रविवार सुबह नेशनल हाईवे-11 खोल गया है। परिजनों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट का घेराव करने की चेतावनी दी है। शनिवार रात 12 बजे तक करीब एक हजार लोग धरना स्थल म्यूजियम सर्किल (NH-11) पर जुटे थे। धरने में शामिल नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि सारी मांगें सरकार के सामने रख दी गई हैं, अब लाठी-भाटा हो सकता है।

बेनीवाल रविवार दोपहर बीकानेर पहुंचे और म्यूजियम सर्किल जाकर जवान के भाई श्रीराम कस्वां से बातचीत की। वे रात 12 बजे तक वहीं थे।

गौरतलब है कि बीकानेर के जवान रामस्वरूप कस्वां (24) की 25 सितंबर को अनंतनाग में गोली लगने से मौत हुई थी। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, उनकी मौत ऑन ड्यूटी फायरिंग के दौरान हुई, लेकिन बाद में इसे आत्महत्या बताया गया। अब परिवार शहीद का दर्जा देने समेत अन्य मांगें कर रहा है। शव अभी तक मिलिट्री कैंट एरिया (बीकानेर) में स्थित सरकारी अस्पताल में रखा हुआ है।

यह भी पढ़ेंSpotnow News: मंत्री मदन दिलावर बोले- राहुल गांधी विदेशी महिला से जन्मे बालक

बेनीवाल ने रक्षा मंत्री से की बात

नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कल दो बार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राज्य के सैनिक कल्याण मंत्री राज्यवर्द्धन सिंह से बातचीत की। प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मीटिंग भी हुई। लेकिन सहमति नहीं बनी।

देर रात करीब 12 बजे जब प्रशासन से वार्ता विफल हो गई तो बेनीवाल ने कहा- हमने सारी मांगें कर ली, प्रशासन नहीं मान रहा है। अब लाठी-भाटा हो सकता है।

यह भी पढ़ेंSpotnow News: प्रदेश में बढ़ रहा है डेंगू का कहर, तीन दिन में डेंगू से 3 की मौत

गार्ड ऑफ ऑनर के लिए तैयार नहीं प्रशासन

जिन मांगों को लेकर प्रशासन और कस्वां के परिजनों के बीच तनाव बना हुआ है, वह गार्ड ऑफ ऑनर है, जो अंतिम संस्कार से पहले सेना की ओर से दिया जाना है। प्रशासन का कहना है कि शहीद का दर्जा मिलने तक गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान नहीं किया जा सकता।

परिजन इस पर सहमत हैं कि अगर सेना नहीं कर सकती, तो पुलिस यह काम कर दे। लेकिन जिला प्रशासन के अधिकारी इसके लिए भी तैयार नहीं हैं। कस्वां के शव को तिरंगे में लपेटकर अंतिम संस्कार स्थल तक ले जाने पर सहमति बनी, लेकिन गार्ड ऑफ ऑनर न करने पर दोनों पक्षों में फिर से टकराव हो गया।

संविदा नौकरी के लिए तैयार परिजन

कस्वां की पत्नी को संविदा पर नौकरी देने की मांग पर जिला प्रशासन ने सहमति जताई है। परन्तु सरकारी नौकरी देने की मांग पर सहमति नहीं बनी। संविदा नौकरी के लिए भी परिजन तैयार हैं।

RELATED ARTICLES
- Advertisment -
Amazon Deals

Most Popular

Recent Comments

error: Content is protected !!