Spotnow news: राजस्थान न्यायिक सेवा परीक्षा-2024 में नागौर के वैभव सोनी ने 27वीं रैंक हासिल कर एक नई मिसाल पेश की है। वैभव के चाचा एडीजे हैं। जिन्होंने उसे न्यायिक सेवा में जाने की प्रेरणा दी।
वैभव ने 2021 में पहली बार आरजेएस प्री की परीक्षा पास की थी। लेकिन लॉ की पढ़ाई पूरी न होने के कारण वे मुख्य परीक्षा में नहीं बैठ सके। इस बार उन्होंने पूरी मेहनत और लगन से 2024 के परीक्षा में प्रयास किया और सफलता प्राप्त की। वर्तमान में वैभव नगर परिषद में जूनियर लीगल ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं और हाल ही में उन्होंने जेएलओ की परीक्षा भी दी है।
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वैभव ने बताया कि अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित किया और रोजाना 5-6 घंटे पढ़ाई की। उन्होंने अपनी बहन श्वेता की शादी के दौरान भी पढ़ाई को जारी रखा, भले ही एक सप्ताह का ब्रेक लिया। वैभव के पिता ईश्वर चंद सोनी ज्वैलर हैं। जबकि मां अनिता सोनी एक लेक्चरर हैं। उनकी बहन श्वेता नागौर डिस्कॉम में जूनियर अकाउंटेंट के पद पर कार्यरत हैं।
वैभव ने बताया कि उनके चाचा विजय प्रकाश सोनी ब्यावर में एडीजे हैं। और उनके पद की गरिमा ने उन्हें छठी क्लास में ही आरजेएस बनने का सपना देखने के लिए प्रेरित किया। इसके अलावा उनके दादा भंवरलाल भी नागौर कोर्ट में वकालत करते थे। जिसने उन्हें न्यायिक सेवा में जाने की प्रेरणा दी।
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वैभव ने इंग्लिश मीडियम से नागौर और जोधपुर में पढ़ाई की और 100 प्रतिशत स्कॉलरशिप पर जयपुर की एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी से 5 वर्षीय बीए-एलएलबी किया। इसके बाद हाल ही में एलएलएम की पढ़ाई भी पूरी की। आरजेएस की तैयारी के लिए उन्होंने जयपुर में कोचिंग का सहारा लिया।
वैभव ने इस साल परीक्षा के नोटिफिकेशन के बाद लगातार 8-10 घंटे पढ़ाई की और पिछले 3 वर्षों में रोजाना कम से कम 4-5 घंटे पढ़ाई का नियमित अनुशासन बनाए रखा। उनका मानना है कि बार-बार रिवीजन ही उनकी सफलता का मुख्य हथियार रहा।
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