अलवर जिले के शिवाजी पार्क थाना क्षेत्र में हिरासत में लिए गए एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने पुलिस कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मृतक युवक अमित सैनी (21) ने जहर खाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले छोड़े गए सुसाइड नोट में तीन पुलिसकर्मियों के नाम लिखे गए हैं
पूरा मामला क्या था
7 जुलाई को अमित और एक 16 वर्षीय नाबालिग को चोरी के शक में हिरासत में लिया गया था। नाबालिग का आरोप है कि पुलिस ने दोनों को लॉकअप में यातनाएं दीं और 16 मामलों में चोरी कबूलने का दबाव बनाया। उसने बताया कि पुलिस ने अमित को चार बार दूसरे कमरे में ले जाकर पीटा।
हिरासत में टॉर्चर के आरोप
वहीं, खुद को नाबालिग बताने के बावजूद पुलिस ने उसकी उम्र 19 लिख दी और बालिग की तरह ट्रीट किया।
पुलिस पर यह भी आरोप है कि अमित का मोबाइल और पर्स वापस नहीं लौटाया गया। 9 जुलाई को थाने से लौटने के बाद अमित ने आत्महत्या कर ली।
मामले में एडिशनल एसपी प्रियंका और किशोर न्याय बोर्ड की मजिस्ट्रेट स्वाति पारीक ने जांच के निर्देश दिए हैं। वहीं, पुलिस का कहना है कि आरोपों की सीसीटीवी फुटेज से जांच की जाएगी और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
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