जोधपुर मंडल में रविवार और सोमवार को हुई मुसलाधार बारिश ने रेल यातायात को बुरी तरह प्रभावित किया। पाली मारवाड़-बोमादड़ा रेलवे खंड पर स्थित रेल पटरियों के नीचे से मिट्टी बह जाने और जलभराव की स्थिति के चलते लूनी-मारवाड़ जंक्शन रेल मार्ग पर ट्रेनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई।
रेल प्रशासन ने तत्काल कदम उठाते हुए कई ट्रेनों को आंशिक रूप से रद्द किया और कुछ का मार्ग परिवर्तित कर अजमेर-फुलेरा व समदड़ी-भीलड़ी के रास्ते भेजा गया।
इस दौरान यात्रियों की सुविधा को देखते हुए रेलवे ने बसों की व्यवस्था कर प्रभावित यात्रियों को पाली और जोधपुर तक सुरक्षित पहुंचाया, जिसकी यात्रियों ने सराहना की।
रेलवे की टीम ने जैसे ही बारिश थमी, सोमवार दोपहर 12:40 बजे से मरम्मत कार्य शुरू किया। करीब 8 घंटे 25 मिनट की मेहनत के बाद रात 9:05 बजे ट्रायल रन किया गया, जिसमें 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से मानसून रिजर्व ट्रेन चलाई गई।
ट्रायल सफल रहने पर पैसेंजर ट्रेनों को 20 किमी प्रति घंटे की गति से संचालन की अनुमति दे दी गई। जोधपुर मंडल रेल प्रबंधक अनुराग त्रिपाठी ने जानकारी देते हुए बताया कि अब पाली मारवाड़-बोमादड़ा खंड पूरी तरह से दुरुस्त हो चुका है और सभी ट्रेनों का संचालन सामान्य रूप से शुरू कर दिया गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए ही हर कदम उठाया गया।
इस दौरान ट्रेन संख्या 14822 साबरमती-जोधपुर एक्सप्रेस, 20496 हड़पसर-जोधपुर एक्सप्रेस, 11090 पुणे-भगत की कोठी एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों को मारवाड़ जंक्शन पर ही रोका गया था। यहां फंसे यात्रियों को रेलवे द्वारा वैकल्पिक बसों से उनके गंतव्यों तक पहुंचाया गया।
रेलवे की त्वरित कार्रवाई और समर्पण से जहां रेल संचालन शीघ्र बहाल, वहीं यात्रियों को भी ज्यादा परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा। रेलवे प्रशासन की इस सूझबूझ और तत्परता ने फिर साबित कर दिया कि विपरीत परिस्थितियों में भी यात्री सुविधाओं से समझौता नहीं किया जाता।
जोधपुर न्यूज: नींद में गाड़ी चलाना पड़ा भारी, हाईवे पर हादसे में दो की मौत
जोधपुर न्यूज: प्राचीन हनुमान मंदिर में चोरी, राशन और नकदी लेकर फरार हुए चोर