सीकर के उद्योग नगर थाना क्षेत्र में दो शातिर ठगों ने एक कारोबारी को पुराने टीवी की पिक्चर ट्यूब के नाम पर करोड़ों कमाने का सपना दिखाकर 11 लाख रुपए की ठगी कर ली।
आरोपियों ने दावा किया कि पुरानी ब्लैक एंड व्हाइट टीवी की ट्यूब अंतरराष्ट्रीय बाजार में करोड़ों में बिकती है और उन्हें यह बिजनेस में भागीदार बनाकर मोटा मुनाफा कमाने का लालच दिया।
ऐसे फंसाया कारोबारी को-
25 नवंबर 2024 को सुरेश कुमार शर्मा नामक व्यक्ति ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि दो युवक उनके पास खेती के औजार लेने आए थे। बातचीत में युवकों ने पूछा कि क्या उनके पास कोई पुराना ब्लैक एंड व्हाइट टीवी है।
युवकों ने कहा कि उस टीवी की पिक्चर ट्यूब उन्हें 40 से 50 लाख रुपये दिलवा सकती है। पहले तो सुरेश ने मना किया, लेकिन बार-बार फोन कर उन्हें लालच देकर अपनी बातों में उलझा लिया।
पिक्चर ट्यूब देकर 11 लाख हड़पे, फिर मोबाइल बंद-
आरोपियों ने सुरेश को अपने फर्जी बिजनेस में साझेदार बनने का झांसा दिया और 11 लाख रुपए ले लिए। इसके बाद वे सुरेश को रैवासा रोड पर ले गए, जहां एक पिक्चर ट्यूब थमा दी और कहा कि कुछ ही दिनों में यह 40-50 लाख में बिक जाएगी।
ट्यूब देने के बाद दोनों युवक गायब हो गए और फोन उठाना बंद कर दिया। जब सुरेश ने जांच करवाई, तो पता चला कि वह पिक्चर ट्यूब किसी काम की नहीं थी और उसके साथ ठगी हो चुकी है।
आठ महीने तक बदलते रहे ठिकाने, आखिरकार गिरफ्त में आए-
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज की और दोनों आरोपियों की पहचान सुरेंद्र बावरी , निवासी चैनपुरा तथा मुकेश बावरिया, निवासी ढाणी बोराणा के रूप में की।
सुरेंद्र को सीकर शहर से पीछा करके गिरफ्तार किया गया, जबकि मुकेश को नीमकाथाना में दबिश देकर पकड़ा गया। दोनों आरोपी लगातार अपने ठिकाने बदलते रहे और नए मोबाइल नंबर इस्तेमाल करते रहे ताकि पुलिस से बच सकें।
पुलिस टीम की सूझबूझ से पकड़े गए आरोपी-
गिरफ्तारी में हेड कांस्टेबल संत कुमार और कांस्टेबल मामराज की महत्वपूर्ण भूमिका रही। इनके अलावा कांस्टेबल रोहिताश, दिनेश, मनोज और देवीलाल भी टीम में शामिल थे।
पुलिस अब आरोपियों से पूछताछ कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं और भी किसी को इस तरह ठगा गया है या नहीं।
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