Sunday, December 22, 2024
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राजस्थान बिग ब्रेकिंग: निंबार्क पीठ के जगद्गुरु श्रीजी महाराज नहीं लड़ेंगे चुनाव

सस्ती लोकप्रियता के लिए कुछ  लोग चुनाव में ले रहे जगद्गुरु ”श्री जी” महाराज का नाम

न्यूज डेस्क @ अजमेर। निंबार्क तीर्थ सलेमाबाद की ओर से चुनाव लडने की खबरों को भ्रामक करार दिया गया है।

पिछले कुछ समय से विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर तथाकथित पत्रकार और ब्लॉगर्स सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए अखिल भारतीय श्री निम्बार्कार्चार्य पीठाधीश्वर जगद्गुरु श्री ”श्री जी” महाराज का नाम ले लेकर चुनाव लड़ने के संदर्भ में झूठे ब्लॉग लिख रहे हैं।

निंबार्क पीठ की ओर से पत्रकार पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने इन खबरों का खण्डन किया है।

श्री ”श्री जी” महाराज के चुनाव लड़ने की भ्रामक जानकारी को लेकर विभिन्न ब्लॉग्स लिखे जा रहे हैं। गौरतलब है कि जगद्गुरु निम्बार्काचार्य के देश में विभिन्न स्थानों पर करोड़ों भक्तगण रहते हैं।  श्री “श्रीजी” महाराज का नाम लिखने देश के करोड़ों भक्त ब्लॉग पढ़ते हैं। लेकिन इन ब्लॉगर्स के ब्लॉग पढ़ने के बाद भक्तगण संभ्रम की स्थिति में आ जाते हैं।

क्योंकि जो कुछ चुनाव  लड़ने जैसा श्री “श्री जी” महाराज को लेकर लिखा जा रहा है , वह सत्य से कोसों दूर है। सस्ती  लोकप्रियता के लिए सत्य सनातन वैदिक हिंदू धर्म के जगद्गुरु आचार्यों का नाम लेना आजकल एक कुप्रथा के रूप में प्रचलित हो गया है।

एक ब्लॉगर ने बिना किसी आधार के यह लिखा कि जगद्गुरु श्री “श्री जी” महाराज सांसद का चुनाव लड़ेंगे या लड़ सकते हैं। साफ लिखने का तो कोई प्रमाण पास में था नहीं , इसलिए बात घुमा फिरा कर लिखते हैं और संभावना जताते हैं कि लड़ सकते हैं, लड़ेंगे, या सम्भावना है , आदि-आदि।

आज श्रीजी ने इस तरह के सभी समाचारों को निराधार, कपोलकल्पित और सच से कोसों दूर बताते हुए कहा कि ऐसे समाचार पूर्णतया भ्रामक और असत्य हैं।

जगद्गुरु ने कहा कि अच्छे कार्यों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संघचालक डॉ. मोहन राव भागवत की प्रशंसा कर देने का अर्थ यह कतई नहीं है कि हम राजनीति में आएंगे।

जगद्गुरु श्रीजी ने कहा कि आचार्य पीठ सदैव सक्रिय राजनीति से दूर रही है, उन्होंने कभी भी किसी भी प्रकार का चुनाव लड़ने का ना तो किसी को संकेत दिया ना ऐसा कोई विचार कभी आया, ना आएगा।

आचार्य ने आज स्पष्ट रूप से दोहराया कि ऐसे भ्रामक जानकारी लिखने से अच्छी लोकप्रियता नहीं मिलेगी। श्रेष्ठ कार्य सम्पादित करें, ना तो वे किसी राजनैतिक पद की लालसा रखते हैं , ना रखेंगे। आचार्य पीठ का कार्य सत्य सनातन वैदिक हिंदू धर्म के प्रचार प्रसार का है और राजनीति पीठ का विषय नहीं है।

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