Rajasthan News: जयपुर. प्रदेश की राजधानी जयपुर में अब टाइगर सफारी का लुत्फ़ उठाया जा सकेगा। जयपुर ने डेढ़ साल पहले जो सपना देखा, वो अब साकार हो गया है। नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क के नजदीक 30 हैक्टेयर क्षेत्र में सफारी तैयार की गई है।
जेडीए ने चार करोड़ रुपए की लागत से इसको तैयार किया है। इस सफारी को हूबहू लॉयन सफारी की तरह ही बनाया गया है। टाइगर सफारी के मुख्य दरवाजे पर पत्थर की दो बड़ी शिलालेख लगाए गए हैं, जिन पर जल्दी ही उद्घाटन की तारीख लिखी जाएगी।
टाइगर सफारी का समय करीब 30 से 40 मिनट रखा गया है। आशा है कि नागपुर से टाइगर पहुँचते ही जयपुर को यह पांचवीं सफारी मिल जाएगी। जयपुर देश का पहला पांच सफारी वाला इकलौता शहर होगा। इससे पहले झालाना में लेपर्ड, आमागढ़ में लेपर्ड, आमेर में एलिफेंट और नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में लॉयन सफारी करवाई जा रही है।
टाइगर सफारी को आकर्षित बनाने के लिए नालों और पहाड़ों से रास्ते बनाए गए हैं
नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क में अभी 4 बड़े टाइगर और 2 शावक हैं। शावकों को फिलहाल देखबाल के लिए नियो केयर यूनिट में छोड़ा गया है। अगस्त के पहले सप्ताह में जोड़ा जयपुर लाया जाएगा। एक्सचेंज में जयपुर से भेड़िया और लकड़बग्घा नागपुर के लिए भेजे जाएंगे।
आज भेजा जा सकता है टाइगर का जोड़ा
वन विभाग को सेंट्रल जू अथॉरिटी ऑफ दिल्ली से टाइगर लाने की अनुमति मिलने के बाद टीम द्वारा यह जोड़ा महाराष्ट्र के गोरेवाला जू से लाया जा रहा है। इसमें 2 गुफाएं बनाई गई हैं। जहां टाइगर को नेचुरल हैबिटेट मिले। यहां 5 वाटर बॉडीज हैं। इनमें से 3 मेन मेड और 2 नेचुरल बॉडी हैं। फिलहाल अभी जयपुर में लॉयन सफारी चल रही है। पहली बार टाइगर सफारी की शुरुवात की जा रही हैं। यह सफारी खुली जिप्सी में ना करके बंद गाड़ी में की जायेगी।