Spotnow news: पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने महाराष्ट्र विधानसभा के चुनावों की टाइमिंग को लेकर चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं। गहलोत ने राजस्थान में सात सीटों पर होने वाले उपचुनावों को लेकर भी अपनी बात रखी जिसमे उन्होंने कहा कि- किसी से गठबंधन करना है या नही इसका फैसला हाईकमान करेगी।
अशोक गहलोत ने चुनाव आयोग पर सवाल उठाए-
गहलोत ने कहा कि- महाराष्ट्र में 23 नवंबर को चुनाव परिणाम आएंगे। जबकि विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है। यह बेहद असामान्य स्थिति है। क्योंकि चुनाव परिणाम आने के सिर्फ दो दिन बाद विधानसभा का कार्यकाल खत्म होगा। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ कि विधानसभा का कार्यकाल समाप्त होने से ठीक पहले चुनाव के नतीजे आए हों।
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उन्होंने कहा कि- यह बड़े आश्चर्य की बात है कि विधानसभा के कार्यकाल के महज दो दिन पहले चुनाव संपन्न कराए जा रहे हैं। चुनाव की गिनती के दौरान कई बार रिकाउंटिंग भी होती है और यदि किसी को शिकायत होती है तो वह चुनाव आयोग के पास पहुंचता है। इस पूरी प्रक्रिया में समय लगता है और ऐसे में सवाल उठता है कि चुनाव आयोग का रवैया कितना पारदर्शी और प्रभावी है।
हरियाणा में चुनाव आयोग की उल्टी रणनीति-
हरियाणा में चुनाव आयोग ने एक उल्टी रणनीति अपनाई। दोनों राज्यों के चुनावों को एक साथ कराने की बजाय उन्होंने अलग-अलग समय पर चुनाव कराने का फैसला किया। इससे स्पष्ट होता है कि चुनाव आयोग को अपनी योजनाओं में अधिक समन्वय की आवश्यकता है। इस प्रकार की प्रक्रियाएं राजनीतिक स्थिरता को प्रभावित करती हैं।
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गठबंधन पर फैसला हाईकमान का
प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ हाल ही में हुई बातचीत में यह स्पष्ट हुआ कि महत्वपूर्ण निर्णय स्थानीय स्तर पर नहीं बल्कि हाईकमान स्तर पर लिए जाएंगे। डोटासरा ने कहा कि आने वाले समय में क्या करना है यह पूरी तरह से हाईकमान द्वारा तय किया जाएगा। इस तरह की केंद्रीयकृत निर्णय प्रक्रिया पार्टी की रणनीति और दिशा को प्रभावित कर सकती है।
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