Spotnow news: रसोई गैस सिलेंडर 450 रुपए प्राप्त करने के लिए अब लोगों को आधार नंबर और गैस कनेक्शन की जानकारी प्रस्तुत करनी होगी। इसके लिए राशन डीलर के पास जाकर पॉश मशीन में अपना डेटा दर्ज कराना आवश्यक है। यदि यह प्रक्रिया नहीं की गई तो सस्ते सिलेंडर का लाभ नहीं मिल सकेगा।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (NFSA)
सरकार ने 1 सितंबर से NFSA के तहत 450 रुपए में गैस सिलेंडर देने की योजना लागू की थी। लेकिन अब तक यह योजना लाभार्थियों तक नहीं पहुंची है। राज्य सरकार ने सरकारी तेल कंपनियों (आईओसीएल, बीपीसीएल और एचपीसीएल) से गैस उपभोक्ताओं का डेटा मांगा, लेकिन कंपनियों ने यह डेटा देने से मना कर दिया। इस कारण योजना का लाभ प्रभावित हुआ है।
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नई गाइडलाइन: सीडिंग प्रक्रिया
हाल ही में जारी की गई नई गाइडलाइन के अनुसार NFSA के लाभार्थियों को अब राशन डीलर के पास जाकर अपने सभी सदस्यों के आधार नंबर और गैस कनेक्शन की जानकारी पॉश मशीन में भरवानी होगी। यह प्रक्रिया 5 नवंबर से शुरू होगी जैसा कि खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग ने निर्देशित किया है।
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योजना का वित्तीय प्रभाव
इस योजना के तहत राजस्थान में NFSA की सूची में 1 करोड़ 7 लाख 35 हजार से अधिक परिवार शामिल हैं। इनमें से लगभग 37 लाख परिवार पहले से ही सस्ते सिलेंडर का लाभ ले रहे हैं। नए नियमों के तहत शेष 68 लाख परिवारों को भी सस्ता सिलेंडर मिलेगा।
सरकार को यदि सभी 68 लाख परिवारों द्वारा सिलेंडर लिया जाता है। तो इसका अतिरिक्त बोझ करीब 200 करोड़ रुपए पड़ेगा। वर्तमान में सामान्य परिवारों को 14.5 किलो का रसोई गैस सिलेंडर 806.50 रुपए में मिलता है। जबकि उज्ज्वला कनेक्शनधारियों को 200 रुपए की सब्सिडी प्रदान की जाती है।
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