Friday, November 22, 2024
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Spotnow news: Swiggy IPO: Swiggy vs. Zomato कोन ज्यादा प्रॉफिट में?

Spotnow news: स्विग्गी जो भारत की दूसरी सबसे बड़ी फूड डिलीवरी और क्विक कॉमर्स कंपनी है। नवंबर 2024 में अपना प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (IPO) पेश करने जा रही है।

इस आईपीओ का कुल आकार 11,327 करोड़ है जिसमें 4,499 करोड़ का नया इश्यू और 6,828 करोड़ का ऑफर फॉर सेल शामिल है। आईपीओ 6 से 8 नवंबर 2024 तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा।

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स्विग्गी एक उपयोगकर्ता-मित्रवत प्लेटफॉर्म प्रदान करता है। जहां ग्राहक एक ही ऐप के माध्यम से फूड डिलीवरी, ग्रॉसरी और घरेलू सामान को खोज सकते हैं। ऑर्डर कर सकते हैं और भुगतान कर सकते हैं। सभी ऑर्डर एक ऑन-डिमांड डिलीवरी नेटवर्क के जरिए घर तक पहुँचाए जाते हैं।

भारत में फूड मार्केट

भारतीय फूड सर्विसेज मार्केट, जिसमें ऑनलाइन फूड डिलीवरी और बाहर खाने की सेवाएँ शामिल हैं, 2023 में 5,60,000 करोड़ का था। ऑनलाइन फूड डिलीवरी सेगमेंट के लिए 2028 तक 17-22% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) की उम्मीद है। इसके अलावा ऑनलाइन डाइनिंग सेगमेंट में भी 2023 से 2024 के बीच 46-53% की वृद्धि देखने को मिल सकती है।

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भारत का रिटेल मार्केट 2023 में लगभग 7,60,000 से 7,80,000 करोड़ तक पहुंच गया। जिसमें ग्रॉसरी बिक्री का हिस्सा 61% है। क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म जैसे कि ब्लिंकिट (ज़ोमैटो), स्विग्गी इंस्टामार्ट और ज़ेप्टो ने इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण बदलाव लाए हैं।

2023 में उद्योग ने 0.8-0.85 करोड़ वार्षिक लेनदेन करने वाले उपयोगकर्ताओं (ATUs) को देखा, जिसमें से 25-29% महीने में लेनदेन करने वाले उपयोगकर्ता (MTUs) थे। यह अनुपात 2028 तक 27-32% तक बढ़ने की संभावना है। औसत ऑर्डर वैल्यू (AOV) 2018 में लगभग 290-320 से बढ़कर 2023 में 425 हो गई है।

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स्विग्गी और ज़ोमैटो कोने ज्यादा प्रॉफिट में

स्विग्गी का राजस्व 11,634 करोड़ है। जबकि ज़ोमैटो का राजस्व 12,114 करोड़ है। स्विग्गी को 2,350 करोड़ की हानि हो रही है। जबकि ज़ोमैटो ने 351 करोड़ का लाभ कमाया है। मार्केट वैल्यू में ज़ोमैटो की स्थिति अधिक मजबूत है। जो 2,21,262 करोड़ है जबकि स्विग्गी की मार्केट वैल्यू 87,299 करोड़ है। स्विग्गी का IPO मूल्य 390 पर निर्धारित किया गया है। जबकि ज़ोमैटो की मार्केट कैप स्विग्गी से लगभग 2.5 गुना अधिक है।

FY2024 में स्विग्गी का राजस्व 34% बढ़ा है और नेट प्रॉफिट मार्जिन -20% पर सुधार हुआ है। जो 2022 में -60% से काफी बेहतर है। स्विग्गी ने तकनीकी खर्चों को कम करने विज्ञापन और बिक्री प्रोमोशन खर्चों को घटाने और कर्मचारी लाभ खर्चों को भी कम किया है।

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क्विक कॉमर्स सेगमेंट: Q1FY25

ब्लिंकिट और स्विग्गी इंस्टामार्ट के बीच तुलना में ज़ोमैटो का ब्लिंकिट 4,923 करोड़ के ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू (GOV) के साथ स्विग्गी के इंस्टामार्ट (2,724 करोड़) से काफी आगे है। ज़ोमैटो का औसत ऑर्डर वैल्यू (AOV) 625 है, जबकि स्विग्गी का AOV 487 है। इससे यह स्पष्ट है कि ज़ोमैटो के ग्राहक औसतन उच्च मूल्य के ऑर्डर देते हैं।

ज़ोमैटो के पास औसत मासिक लेनदेन करने वाले उपयोगकर्ताओं की संख्या 0.76 करोड़ (7.6 मिलियन) है। जबकि स्विग्गी के पास 0.52 करोड़ (5.2 मिलियन) हैं। यह दर्शाता है कि ज़ोमैटो का उपयोगकर्ता आधार बड़ा है, जो उसके उच्च GOV और AOV में योगदान करता है।

अंत में ज़ोमैटो के पास 639 सक्रिय डार्क स्टोर्स हैं, जबकि स्विग्गी के पास 557 हैं। जो ज़ोमैटो को क्विक कॉमर्स में प्रतिस्पर्धात्मक बढ़त प्रदान करते हैं।

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