Spotnow news: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा को आतंकवादियों की पार्टी कहा। शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान का जवाब दिया। जिसमें पीएम ने कांग्रेस को “अर्बन नक्सल पार्टी” कहा था। खड़गे ने मोदी की टिप्पणी को चुनौती देते हुए भाजपा की नीतियों और उनके कार्यों पर भी सवाल उठाए।
प्रधानमंत्री मोदी ने 5 अक्टूबर को महाराष्ट्र के दौरे के दौरान ठाणे में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा “कांग्रेस और उनके सहयोगियों का एक ही मिशन है—बांटो और सत्ता में रहो। कांग्रेस एक शहरी नक्सल गैंग का संचालन कर रही है, जो देश विरोधियों के साथ खड़ी है।”
इस पर खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की आदत है कि वे हमेशा कांग्रेस को अर्बन नक्सल पार्टी बताते हैं। उन्होंने सवाल उठाया “लेकिन उनकी अपनी पार्टी क्या है?” खड़गे ने भाजपा को आतंकवादियों की पार्टी कहा, जो लिंचिंग में शामिल रहती है। उन्होंने यह भी कहा कि मोदी को ऐसे गंभीर आरोप लगाने का कोई हक नहीं है।
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कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान:-
बीजेपी आतंकवादियों की पार्टी-
जो लोग विकास और समाज के लिए काम कर रहे हैं, उन्हें अर्बन नक्सल कहा जा रहा है। यह प्रधानमंत्री मोदी की एक आदत बन गई है। उनकी अपनी पार्टी तो आतंकवादियों की तरह काम कर रही है। जो लिंचिंग करती है और लोगों पर अत्याचार करती है। शेड्यूल कास्ट के लोगों के साथ अपमानजनक व्यवहार किया जाता है और आदिवासियों के खिलाफ अपराध होते हैं। ऐसे लोगों का समर्थन भी किया जाता है। वे दूसरों पर बेबुनियाद आरोप लगाते हैं, लेकिन उन्हें ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है।
मोहन भागवत: समाज को बांटने वालों का साथी-
जिस पार्टी का मकसद देश को बांटना है। उनके समर्थक भी हमारे बीच मौजूद हैं। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि संविधान में बदलाव, रिजर्वेशन, और हिंदू-मुसलमानों को अलग करने की बातें करने वाले यही लोग हैं। वे खुद ऐसा कर रहे हैं, लेकिन दूसरों पर बांटने का आरोप लगा रहे हैं।
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बांग्लादेश के हिंदू और सिखों की मदद-
किसी भी देश को दूसरे देशों के लोगों पर अत्याचार नहीं करना चाहिए। जिस तरह हम अपने अल्पसंख्यकों की रक्षा करते हैं, वैसी ही जिम्मेदारी उन देशों की भी बनती है। वहां मौजूद हिंदू, सिख और बौद्ध समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। यदि ऐसा नहीं किया गया। तो यह पड़ोसी देशों के लिए सकारात्मक नहीं होगा। इस तरह की सोच से ही शांति और सहयोग की भावना बनी रह सकती है।
हरियाणा में कांग्रेस की हार के कारण-
हम एक मीटिंग करने जा रहे हैं, जिसके बाद एक रिपोर्ट भी तैयार की जाएगी। इस रिपोर्ट से यह स्पष्ट होगा कि हमें आगे क्या कदम उठाने चाहिए और क्या घटनाएं हुई थीं। पूरा देश कह रहा था कि कांग्रेस जीत जाएगी यहां तक कि भाजपा के नेता भी यही बात कर रहे थे। जब सभी लोग कांग्रेस की जीत की उम्मीद कर रहे थे। तो फिर उसकी हार का क्या कारण था?
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