Spotnow news: राजस्थान में सर्दी का असर अब तेज हो गया है। और मौसम के बदलते मिजाज ने कई शहरों में ठंड और कोहरे की स्थिति उत्पन्न कर दी है।
मंगलवार को सीकर के फतेहपुर में न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया जबकि श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में सर्दी का असर तेज हो गया है इसके अलावा राजस्थान के कई शहरों में प्रदुषण रेड अलर्ट पर पहूँच गया
राजस्थान के नागौर में AQI 167 पहुंचा, न्यूनतम तापमान 13 डिग्री सेल्सियस पर और साथ ही इन दिनों रोज़ सुबह घना कोहरा छाया रहता है। कई जगहों पर प्रदूषण और कोहरे का असर देखा जा रहा है, जैसे मकराना, कुचमान और नावां सिटी में AQI 156 से 158 के बीच रहता है, जो खतरे को दर्शाता है। इन जगहों पर रात को न्यूनतम तापमान 14 से 15 डिग्री सेल्सियस के बीच पहुंच जाता है।
सीकर और शेखावाटी में तापमान में गिरावट
सीकर में मंगलवार को तापमान में 1.3 डिग्री की गिरावट आई। जिससे न्यूनतम तापमान 7 डिग्री से नीचे चला गया। इसके अलावा, शेखावाटी क्षेत्र में भी सर्दी का असर बढ़ता जा रहा है, लेकिन तापमान अब भी पिछले साल की तुलना में अधिक है। पिछले साल 17 नवंबर तक सीकर, चूरू और फतेहपुर में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया था, जबकि इस बार तापमान इस स्तर तक नहीं पहुंच सका है।
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भरतपुर में कोहरा और जाम की स्थिति
भरतपुर में मंगलवार सुबह घना कोहरा छाया रहा, जिससे विजिबिलिटी 50 मीटर से भी कम हो गई। इस कारण भरतपुर-मथुरा स्टेट हाईवे पर वाहनों की धीमी गति से जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई। वहीं, अलवर और टोंक में भी हल्का कोहरा देखने को मिला, और सूरज धुंध में लिपटा हुआ नजर आया।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार इस सीजन में सर्दी थोड़ी देरी से आई है जिसका मुख्य कारण पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) का आना है। पिछले सीजन में विक्षोभ का असर नवंबर के पहले सप्ताह में देखा गया था।
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जबकि इस बार इसके आने में अधिक समय लगा। इसके परिणामस्वरूप उत्तरी हवाओं का असर कम हुआ और तापमान में गिरावट धीमी रही जिससे सर्दी में देरी हुई। लेकिन दिसंबर और जनवरी में कड़ाके की ठंड की संभावना जताई जा रही है।
राजस्थान में जहरीली हवा को दर्शाता एयर क्वालिटी इंडेक्स
राजस्थान के विभिन्न शहरों में प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। और कुछ स्थानों पर एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) गंभीर स्तर तक पहुंच गया है। भिवाड़ी में AQI 398 के स्तर पर रहा जबकि करौली 320, बीकानेर 300, और धौलपुर 294 पर दर्ज हुआ।
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अन्य शहरों में भी प्रदूषण का स्तर उच्च रहा जैसे झुंझुनूं 292, सीकर 262, चुरू 246, जयपुर 208 और अलवर 233 पर रहा। भरतपुर में AQI 267 रहा, और नागौर में AQI 172 दर्ज किया गया। प्रदूषण के कारण इन शहरों में वायू की गुणवत्ता खतरनाक स्तर तक पहुंच गई है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
भिवाड़ी का AQI 398 पर पहुंचा
राजस्थान के भिवाड़ी शहर में प्रदूषण का स्तर मंगलवार को काफी बढ़ गया। भिवाड़ी का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 398 पर पहुंच गया, जो कि खतरनाक स्तर के करीब है। सोमवार को AQI का स्तर 450 के ऊपर था, जो कि बहुत गंभीर स्थिति को दर्शाता है। हालांकि मंगलवार सुबह मौसम साफ होने और सूरज की चटख धूप के कारण प्रदूषण में थोड़ी कमी आई और विजिबिलिटी में सुधार हुआ।
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अलवर और भरतपुर में GRAP-4 के तहत पाबंदियां लागू
राजस्थान के अलवर और भरतपुर जिलों में मंगलवार से ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP-4) की पाबंदियां लागू कर दी गई हैं। राजस्थान पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड ने आदेश जारी करते हुए इन दो जिलों में 3000 से ज्यादा खनन और औद्योगिक इकाइयों को बंद करने का निर्देश दिया है। साथ ही सभी निर्माण कार्यों पर भी रोक लगा दी गई है।
इसके साथ ही यातायात पर भी असर पड़ने की संभावना है। क्योंकि अब भारी वाहन इन क्षेत्रों में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। हालांकि आवश्यक सामान की आपूर्ति करने वाले वाहन इस नियम से बाहर रहेंगे।
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मंगलवार को अलवर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 233 और भरतपुर का AQI 267 दर्ज किया गया जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है। इस स्तर के प्रदूषण से खासकर अस्थमा और दिल के रोगियों को सांस लेने में समस्या हो सकती है।
GRAP में कुल चार चरण होते हैं, जो प्रदूषण के स्तर के अनुसार लागू होते हैं। GRAP-4 तब लागू होता है जब AQI 500 के पार चला जाता है। और इस दौरान स्कूलों की कक्षाएं ऑनलाइन कर दी जाती हैं। साथ ही सरकारी और निजी दफ्तरों में वर्क फ्रॉम होम लागू किया जाता है।
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