Spotnow news: आजकल स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुके हैं, और इसके साथ ही हैकिंग की घटनाएं भी बढ़ रही हैं।
यदि आपका मोबाइल हैक हो जाता है, तो यह आपके व्यक्तिगत डेटा, बैंकिंग जानकारी और अन्य संवेदनशील जानकारी को खतरे में डाल सकता है। तो अगर आपको शक है कि आपका फोन हैक हो गया है, तो क्या करना चाहिए?
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1. असामान्य व्यवहार की पहचान करें
अगर आपका फोन खुद-ब-खुद ऐप्स खोल रहा है, अजनबी नोटिफिकेशंस आ रहे हैं, या आपने कोई ऐप इंस्टॉल नहीं किया है, तो ये संकेत हो सकते हैं कि आपका फोन हैक हो चुका है। इसके अलावा, अगर फोन की बैटरी जल्दी खत्म हो रही है या डेटा उपयोग में असामान्य वृद्धि हो रही है, तो भी सावधान रहने की आवश्यकता है।
2. एंटीवायरस ऐप्स का उपयोग करें
अपने फोन से हैकर्स को हटाने का सबसे आसान तरीका है एक भरोसेमंद मोबाइल एंटीवायरस ऐप का उपयोग करना। जैसे टोटल एवी या बिटडेफेंडर जैसे ऐप्स आपके फोन को स्कैन करके किसी भी मालवेयर या स्पायवेयर का पता लगा सकते हैं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपका फोन सुरक्षित है, एंटीवायरस ऐप में रियल-टाइम सुरक्षा को सक्षम करें।
3. डेटा और ऐप्स का बैकअप लें
यदि आपको लगता है कि आपका फोन हैक हो चुका है और कोई भी उपाय काम नहीं कर रहा है, तो सबसे अच्छा विकल्प है फैक्ट्री रीसेट करना। हालांकि इससे पहले अपने महत्वपूर्ण डेटा और मीडिया का बैकअप जरूर लें। क्योंकि फैक्ट्री रीसेट करने से आपका पूरा डेटा मिट जाएगा।
4. फोन को फैक्ट्री रीसेट करें
अगर सभी उपायों के बाद भी समस्या बनी रहती है। तो अंतिम कदम होगा अपने फोन को फैक्ट्री रीसेट करना। एंड्रॉयड फोन के लिए, यह सेटिंग्स → सिस्टम → रीसेट ऑप्शंस में जाकर किया जा सकता है। आईफोन उपयोगकर्ताओं के लिए, सेटिंग्स → जनरल → ट्रांसफर और रीसेट फोन → एरज ऑल डेटा एंड सेटिंग्स पर जाएं।
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5. सुरक्षित ब्राउज़िंग और VPN का उपयोग करें
स्मार्टफोन सुरक्षा केवल हैकिंग से बचने तक सीमित नहीं है। सार्वजनिक वाई-फाई का इस्तेमाल करते वक्त हमेशा एक वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का उपयोग करें, ताकि आपका इंटरनेट ट्रैफिक सुरक्षित रहे। इसके अलावा ऐप्स को हमेशा गूगल प्ले स्टोर या एप्पल ऐप स्टोर से ही डाउनलोड करें और अनजान वेबसाइटों से ऐप्स डाउनलोड करने से बचें।
6. सिस्टम अपडेट्स को न छोड़ें
कभी भी अपने फोन के सिस्टम अपडेट्स को नजरअंदाज न करें। क्योंकि ये अपडेट्स सुरक्षा से संबंधित होते हैं और नए खतरों से बचाने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। मोबाइल कंपनी कुछ महीनों में सिस्टम अपडेट्स का नोटिफिकेशन भेजती है। उसका ध्यान रखें और जैसे ही अपडेट आए, उसे तुरंत फोन में सेव कर लें।
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मोबाइल में मालवेयर के संकेत
1: आपके फोन पर कुछ अजनबी चीजें दिखाई देना: ऐप्स जो आपने डाउनलोड नहीं किए, टेक्स्ट मैसेजेज जो आपने नहीं भेजे, खरीदी गई चीजें जो आपने नहीं मंगवाईं, और संदिग्ध फोन कॉल्स पर ध्यान दें।
2: आपका फोन धीरे काम करता है: फोन सामान्य से अधिक धीमा हो जाता है, ज्यादा बैटरी और रिसोर्सेज का इस्तेमाल करता है, और पहले से ज्यादा गर्म हो जाता है। बैकग्राउंड में काम कर रहे मालवेयर की वजह से फोन की पावर कम हो सकती है।
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3: ग़ैर-समझी हुई डेटा उपयोग में वृद्धि: डेटा उपयोग बिना किसी बदलाव के अचानक बढ़ सकता है। हानिकारक प्रक्रियाएं आपके मोबाइल डेटा का इस्तेमाल कर सकती हैं, जबकि वे आपकी गतिविधियों को ट्रैक कर रहे होते हैं।
4: अजीब व्यवहार: ऐप्स ठीक से काम नहीं करते, बिना किसी कारण के ऑन और ऑफ हो जाते हैं, या क्रैश हो जाते हैं और लोड नहीं होते।
5: पॉप-अप्स: अगर आपको बार-बार पॉप-अप्स दिखाई दें, तो संभावना है कि आपके फोन में स्पाइवेयर या मालवेयर हो सकता है।
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अनजान रिपेयरिंग शॉप से बचें: अपने डाटा की सुरक्षा करें
अगर आपके मोबाइल में कोई प्रॉब्लम आ जाए तो उसे रिपेयरिंग शॉप पर ले जाकर ठीक करवा लेते हैं। लेकिन सावधानी बरतना जरूरी है। हाल ही में एक मामला सामने आया जिसमे एक युवती ने मोबाइल रिपेयरिंग शॉप पर अपना फोन दिया। जहां रिपेयरिंग वाले ने उसमें मालवेयर या हैकिंग एप इंस्टॉल कर दिया।
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इससे युवती की सारी प्राइवेट फोटोज, चैट्स और कॉल डिटेल्स हैकिंग सॉफ़्टवेयर के जरिए चुराई गईं। युवती जब भी अपना फोटो या वीडियो लेती या कॉल और मैसेज के जरिए किसी से बात करती, तो सारा डेटा रिपेयरिंग शॉपवाले के पास चला जाता था। इसके बाद उसका फोन बार-बार हैंग होने लगा। जब उसने दूसरे एक्सपर्ट को दिखाया, तो पता चला कि उसके फोन में हैकिंग सॉफ़्टवेयर था। आरोपी के खिलाफ पुलिस को सूचित किया गया। हमेशा किसी जानकार से ही फोन रिपेयर करवाएं, ताकि आपका डेटा सुरक्षित रहे।
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