Spotnow news: भारतीय शेयर बाजार में आज (मंगलवार) तेज गिरावट देखने को मिली। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 820.97 अंक की गिरावट के साथ 78,675.18 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 257.85 अंक टूटकर 24,000 के स्तर के नीचे आ गया।
शुरुआत में हल्की बढ़त के बाद बाजार ने नकारात्मक रुख अपनाया, खासकर बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और ऑटो सेक्टर के शेयरों में बड़ी गिरावट के कारण। निफ्टी50 के सभी प्रमुख क्षेत्रीय सूचकांक लाल निशान में बंद हुए, हालांकि निफ्टी रियल्टी ने कुछ सकारात्मक प्रदर्शन किया।
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एशियाई बाजारों में भी आज गिरावट रही
एशियाई बाजारों में कमजोरी रही जहां प्रमुख भारतीय कंपनियां और अंतर्राष्ट्रीय बाजारों का प्रदर्शन मिला-जुला रहा। HDFC बैंक, SBI, NTPC और लार्सन एंड टुब्रो ने भारतीय बाजार पर दबाव डाला, जबकि ICICI बैंक, सन फार्मा, इंफोसिस और TCS ने बाजार को कुछ राहत दी।
आखिरी आंकड़ों के अनुसार जापान का निक्केई सूचकांक 0.40% गिरकर बंद हुआ। जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.94% और चीन का शंघाई कम्पोजिट 1.39% की गिरावट के साथ समाप्त हुआ।
अमेरिका में 11 नवंबर को डाओ जोंस में 0.69% की वृद्धि हुई और यह 44,293 पर बंद हुआ। एस एंड पी 500 में भी मामूली 0.097% की बढ़त देखने को मिली, जो 6,001 पर समाप्त हुआ, जबकि नैस्डैक 0.062% बढ़कर 19,298 पर बंद हुआ।
एनएसई के आंकड़ों के अनुसार विदेशी निवेशकों (FIIs) ने 11 नवंबर को 2,306.88 करोड़ के शेयर बेचे। जबकि घरेलू निवेशकों (DIIs) ने 2,026.63 करोड़ के शेयर खरीदे।
भारतीय शेयर बाजार में गिरावट के प्रमुख कारण
आज भारतीय शेयर बाजार में गिरावट के कई महत्वपूर्ण कारण रहे हैं। सबसे पहले वैश्विक परिस्थितियों ने बाजार को प्रभावित किया। विशेष रूप से अमेरिकी डॉलर की मजबूती और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की व्यापार नीतियों को लेकर बढ़ती चिंताएं निवेशकों की धारणा पर नकारात्मक असर डाल रही हैं।
डॉलर के मजबूत होने के कारण विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने अपनी पूंजी भारतीय बाजार से बाहर निकाली जिससे बाजार पर दबाव बना और गिरावट देखने को मिली।
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इसके अतिरिक्त अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दर में संभावित कटौती के संकेत से भी बाजार में नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। यह कदम उच्च जोखिम वाले निवेशों की ओर झुकाव को बढ़ा सकता है, जिससे भारतीय शेयर बाजार में अस्थिरता आई।
इस बीच घरेलू स्तर पर भी आर्थिक संकेतक कमजोर बने रहे। आय रिपोर्टों और कॉर्पोरेट नतीजों की उम्मीदों से कम प्रदर्शन ने निवेशकों में सतर्कता बढ़ा दी, जिससे शेयर बाजार में गिरावट आई।
सेक्टरों और कंपनियों पर प्रभाव
आज के बाजार की गिरावट में प्रमुख रूप से बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं और ऑटो सेक्टर के शेयरों में कमजोरी देखने को मिली। इन क्षेत्रों में गिरावट ने बाजार के समग्र प्रदर्शन को नीचे खींच लिया। इसके अलावा, वैश्विक और घरेलू आर्थिक संकेतकों की कमजोरी ने निवेशकों के विश्वास को प्रभावित किया, जिसके परिणामस्वरूप अधिकांश प्रमुख इंडेक्स और कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।
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