Spotnow news: दर्दनाक हादसे में श्रद्धालुओं से भरी तेज रफ्तार प्राइवेट बस बेकाबू होकर पलट गई। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई और 14 अन्य यात्री घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए कोटा रेफर किया गया है।
यह भी पढ़ें:-Spotnow news: बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता गोविंदा के सीने में दर्द, अस्पताल में भर्ती
हादसा बूंदी जिले के कोटा-लालसोट मेगा हाईवे पर स्थित देहीखेड़ा घाट के पास हुआ। बस में सवार लोग सवाई माधोपुर जिले के चौथ का बरवाड़ा में चौथ माता के दर्शन के लिए जा रहे थे। शनिवार रात 2 बजे हुए इस हादसे में बस बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से यात्रियों को बस से बाहर निकाला गया।
पुलिस के अनुसार- रावतभाटा (चित्तौड़गढ़) से रात 10 बजे रवाना हुई प्राइवेट बस में कुल 43 यात्री सवार थे। मेगा हाईवे पर एक गड्ढा आ जाने के कारण ड्राइवर ने उसे बचाने के प्रयास में बस को नियंत्रण खो दिया, और बस पलट गई। हादसे के बाद बस बिजली के पोल से टकराई, लेकिन पोल में करंट नहीं था, जिससे बड़ा हादसा टल गया।
यह भी पढ़ें:-Spotnow news: 17 नवंबर को घने कोहरे का अलर्ट: जयपुर, अजमेर और नागौर में तापमान में भारी गिरावट
इस हादसे में अंतिम कुमार (28) और अरविंद सिंह (60) की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि कंडक्टर मांगीलाल (52) जो गंभीर रूप से घायल था, उसकी इलाज के दौरान कोटा में मौत हो गई।
हादसे में घायल होने वालों में प्रमुख नाम लक्ष्मी देवी, नारायण सिंह, धापू बाई, पवन, भुल कंवर, शकुंतला, मोनिका, कांता बाई, रोशनी बाई, लाड कंवर, कलावती, चंद्रकांता, और तोलाराम शामिल हैं। इन सभी को प्राथमिक उपचार के बाद कोटा रेफर किया गया है।
यह भी पढ़ें:-Spotnow news: फैक्ट्री में लगी भीषण आग, 7 फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर
घायलों में अधिकांश लोग महिलाएं थीं, जिनमें सिर में चोटें आईं। घायल यात्री ने बताया कि हम सब रावतभाटा की RPS कॉलोनी से चौथ का बरवाड़ा जा रहे थे। बस तेज रफ्तार में थी और सड़क पर गड्ढा आ जाने के कारण बस बेकाबू हो गई और बिजली के पोल से टकरा गई।
हादसे के बाद बस का डीजल टैंक फट गया और सबके कपड़े डीजल से सने हुए थे। पुलिस ने जेसीबी की मदद से बस को सीधा किया और घायल यात्रियों को कापरेन हॉस्पिटल, बूंदी में प्राथमिक उपचार के बाद कोटा रेफर किया।
यह भी पढ़ें:-Spotnow news: राजस्थान हाईकोर्ट का बड़ा निर्णय: नहीं लगेगा जातिसूचक शब्दों पर एससी/एसटी एक्ट
पुलिस ने घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है और हादसे के बाद बस चालक और कंडक्टर के बयान लिए गए हैं। वहीं स्थानीय प्रशासन ने सड़कों पर गड्ढों की स्थिति पर भी ध्यान देने की बात कही है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके।