Spotnow news: हिंदू सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष विष्णु गुप्ता को अजमेर दरगाह के संबंध में दायर उनकी याचिका को लेकर जान से मारने की धमकी मिली है। गुप्ता का कहना है कि सोमवार रात करीब 8 बजे उन्हें एक अज्ञात कॉलर से धमकी भरी कॉल आई।
जिसमें कहा गया कि अगर वह अजमेर दरगाह को मंदिर मानने के मामले में दायर अपनी याचिका वापस नहीं लेंगे, तो उन्हें जान से मार दिया जाएगा। इसके बाद कॉल करने वाले ने गुप्ता को वॉट्सऐप पर गालियाँ और धमकी भरे ऑडियो संदेश भी भेजे।
गुप्ता ने इस घटना के बारे में कहा कि- यह धमकियाँ मुझे डराने के लिए नहीं आईं हैं, बल्कि यह मुझे और भी मजबूत बनाएंगी। मैं अपनी लड़ाई आखिरी सांस तक लड़ता रहूँगा।
जाने क्या था पूरा मामला?
गुप्ता ने 23 सितंबर को अजमेर की मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत में एक याचिका दायर की थी।जिसमें उन्होंने ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह को श्री संकट मोचन महादेव मंदिर मानने की मांग की थी। इस याचिका में अजमेर दरगाह परिसर को एक हिंदू धार्मिक स्थल के रूप में मान्यता देने की बात कही गई थी। जिसे लेकर उन्होंने अदालत में अपनी आवाज़ उठाई थी। इस दावे के बाद से गुप्ता का कहना है कि उन्हें लगातार धमकियाँ मिल रही थीं और अब यह धमकी सार्वजनिक रूप से जान से मारने तक पहुँच गई है।
पुलिस की कार्रवाई
विष्णु गुप्ता ने जब वॉट्सऐप पर धमकी पाई, तो उन्होंने तुरंत अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। थाने के अधिकारी अरविंद चारण ने बताया कि गुप्ता की शिकायत के आधार पर जांच की जा रही है और आरोपी की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है।
कोर्ट में आज होगी सुनवाई
विष्णु गुप्ता के अनुसार, उनकी याचिका की सुनवाई मंगलवार को अजमेर कोर्ट में होनी है। इस याचिका में दरगाह कमेटी, अल्पसंख्यक मंत्रालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को पक्षकार बनाया गया है। गुप्ता का कहना है कि वह इस मामले में डरने वाले नहीं हैं और इस संघर्ष को वह अंत तक लड़ेंगे।
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कानूनी और सांस्कृतिक विवाद
गुप्ता की याचिका एक विवादित विषय पर आधारित है। जिसमें वे अजमेर दरगाह को मंदिर के रूप में मान्यता देने की मांग कर रहे हैं। इस विवाद ने धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से तनाव बढ़ा दिया है।
क्योंकि यह मामला मुस्लिम और हिंदू समुदाय के बीच एक संवेदनशील मुद्दा बन चुका है। गुप्ता ने धमकी मिलने के बावजूद यह स्पष्ट किया है कि वह अपनी याचिका वापस नहीं लेंगे, और न्यायालय के सामने इस मामले को लेकर अपनी लड़ाई जारी रखेंगे।
अब यह देखना होगा कि पुलिस इस धमकी के मामले में आरोपी तक पहुँच पाती है या नहीं। वहीं, अजमेर कोर्ट में आज होने वाली सुनवाई इस मामले का अगला अहम मोड़ साबित हो सकती है। जहां गुप्ता को अपनी याचिका को लेकर अदालत में अपनी दलीलें पेश करनी होंगी।
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