Viral news: एक अनोखी घटना ने विवाद खड़ा कर दिया है। एक महिला प्रोफेसर और 1st ईयर के छात्र द्वारा कक्षा में हिंदू विवाह की रस्मों का प्रदर्शन किए जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया, जिससे लोगों की भावनाएँ भड़क उठीं।
यह पश्चिम बंगाल के मौलाना अबुल कलाम आजाद प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (MAKAUT) का मामला है।
क्या है मामला?
वीडियो में प्रोफेसर दुल्हन की तरह सजी हुई नजर आ रही हैं, और छात्र के साथ जयमाला और सिंदूर लगाने जैसी हिंदू विवाह की पारंपरिक रस्में निभा रही हैं। इस वीडियो के वायरल होने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन हरकत में आया और तुरंत एक तीन सदस्यीय जाँच समिति गठित कर दी।
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प्रशासन ने प्रोफेसर को छुट्टी पर भेजने का निर्देश दिया है, जबकि छात्र को भी कुछ समय के लिए कक्षाओं से दूर रहने को कहा गया है।
प्रोफेसर ने रखी अपनी बात
प्रोफेसर ने अपने पक्ष में कहा कि यह केवल मनोवैज्ञानिक नाटक (साइको-ड्रामा) का एक हिस्सा था, जिसे शैक्षणिक उद्देश्यों के लिए प्रस्तुत किया गया था। उनका दावा है कि वीडियो केवल आंतरिक दस्तावेजीकरण के लिए था, लेकिन किसी ने इसे लीक कर दिया, जिससे इस पर बेवजह विवाद खड़ा हो गया।
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यूनिवर्सिटी के कुलपति का बयान
विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति तापस चक्रवर्ती ने स्वीकार किया कि प्रोफेसर ने इसे एक शैक्षणिक प्रयोग बताया है, लेकिन जनता की प्रतिक्रिया को देखते हुए प्रशासन को कदम उठाना पड़ा। उन्होंने कहा, “चूँकि यह वीडियो वायरल हो गया है और विवाद खड़ा हो गया है, इसलिए हमने प्रोफेसर को तब तक छुट्टी पर भेजने का निर्णय लिया है जब तक जाँच समिति अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं कर देती।”
क्या होगी अगली कार्रवाई?
तीन महिला फैकल्टी सदस्यों की जाँच समिति मामले की गहराई से पड़ताल करेगी। उनकी रिपोर्ट के आधार पर तय होगा कि यह घटना महज़ एक अकादमिक गतिविधि थी या अनुशासनात्मक कार्रवाई की आवश्यकता है।