नागौर न्यूज़: जायल क्षेत्र एक बार फिर चर्चा में है। यहां साडोकन गांव के तीन भाइयों ने अपनी बहन के बच्चों की शादी में मायरा भरकर उदारता और परंपरा की मिसाल पेश की।
फरड़ोद गांव में हुई इस रस्म के दौरान भाइयों ने करीब 3 करोड़ रुपए से अधिक का मायरा भरा, जिसमें 1.51 करोड़ रुपए नकद, 35 तोला सोना, 5 किलो चांदी, कपड़े, बर्तन, घरेलू सामान और शहर में दो प्लॉट शामिल थे।
राजस्थान न्यूज़: पति ने पत्नी को लोहे की रॉड से सिर फोड़कर मारा
भाइयों ने दिल खोलकर लुटाया स्नेह
साडोकन गांव के हरनिवास खोजा, रामदयाल खोजा और हरचंद खोजा अपनी बहन बीरज्या देवी के घर मायरा भरने पहुंचे। उन्होंने अपनी बहन के बेटे सचिन और बेटी रेखा की शादी के लिए तीन बड़े बैगों में नकदी और अलग बैग में सोने-चांदी के गहने लाए। जैसे ही मायरा भरा जाने लगा, पूरे गांव में उत्साह की लहर दौड़ गई और बड़ी संख्या में ग्रामीण जुट गए।
बेटी की शादी में समृद्ध परंपरा का निर्वहन
मायरे की इस भव्य रस्म में हर जाट परिवार को चांदी की मूर्तियां भी भेंट की गईं, जिससे गांव में खुशी का माहौल बन गया। इस आयोजन में राजस्थान सरकार के पूर्व उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी, जायल के पूर्व प्रधान रिद्धकरण लामरोड़, नागौर की पूर्व जिला प्रमुख सुनीता चौधरी सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
राजस्थान न्यूज़: विधानसभा में गरजे सीएम भजनलाल– ब्याज सहित कर्ज चुकाता हूं
राजनीति और समाजसेवा से जुड़ा परिवार
दूल्हे सचिन और दुल्हन रेखा के परिवार का राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में बड़ा योगदान रहा है। इनके दादा राधाकिशन फरड़ोदा गांव के पूर्व सरपंच रह चुके हैं, जबकि इनकी बुआ सुनीता चौधरी नागौर की जिला प्रमुख रह चुकी हैं। इनके मामा महेंद्र चौधरी पूर्व विधायक और उप मुख्य सचेतक रह चुके हैं।