राजस्थान न्यूज: ब्यावर के बाड़िया क्षेत्र में सोमवार रात एक तेजाब फैक्ट्री में टैंकर से नाइट्रोजन गैस लीक होने से बड़ा हादसा हो गया।
गैस रिसाव से कंपनी मालिक सुनील सिंघल सहित दो लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। हादसे में 60 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए, जिन्हें ब्यावर और अजमेर के सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया। गैस का असर इतना तेज था कि आसपास के इलाके में मौजूद कई पालतू और आवारा जानवरों की भी मौत हो गई।
घटना रात करीब 9:50 बजे सुनील ट्रेडिंग कंपनी में हुई, जहां टैंकर में गैस रिसाव शुरू हुआ। रिसाव इतनी तेजी से फैला कि कुछ सेकंड में ही रिहायशी इलाके इसकी चपेट में आ गए। दम घुटने और आंखों में जलन से लोगों की हालत बिगड़ने लगी। गैस को नियंत्रित करने की कोशिश में कंपनी मालिक सुनील सिंघल की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें अजमेर रेफर किया गया, जहां सोमवार रात उनकी मौत हो गई। आज सुबह एक पीड़ित नरेंद्र कुमार ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जेएलएन हॉस्पिटल में 3 लोग अभी भी आईसीयू में हैं।
सूचना मिलते ही पुलिस, प्रशासन और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और रात करीब 11:30 बजे गैस रिसाव पर काबू पा लिया गया। एहतियातन फैक्ट्री के आसपास के क्षेत्र को खाली करा दिया गया।
प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए फैक्ट्री को सीज करने के आदेश दिए हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
नाइट्रोजन गैस से दम घुटने का खतरा
नाइट्रोजन गैस अपने आप में जहरीली नहीं होती लेकिन जब यह ऑक्सीजन की जगह ले लेती है तो सांस लेने की प्रक्रिया बाधित हो जाती है जिससे इंसान की जान जा सकती है। इसे नाइट्रोजन अस्फिक्सिएशन कहते हैं।
जब कोई व्यक्ति ऐसी हवा में सांस लेता है जहां ऑक्सीजन की मात्रा बहुत कम होती है तो शरीर को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिलती जिससे हाइपोक्सिया की स्थिति उत्पन्न होती है। इससे दिमाग और शरीर के अन्य अंग काम करना बंद कर देते हैं जिससे कुछ ही मिनटों में बेहोशी आ सकती है और समय रहते ऑक्सीजन न मिलने पर मौत भी हो सकती है।
राजस्थान न्यूज: मासूमों से कुकर्म करने वाला बाबा गिरफ्तार, अश्लील वीडियो मिले
सीकर न्यूज: पिता ने जुड़वा बेटियों को मारकर शव दफनाए
राजस्थान न्यूज: एडीजी बोले- जिले में 500-1000 लोग अभी भी गिरफ्तार होंगे