नागौर: सुरपालिया थाना क्षेत्र के अंतर्गत खेराट गांव में एक महिला के साथ हुई बर्बरता के मामले में नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने रविवार को रेंज आईजी से बात की और आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की।
साथ ही उन्होंने नागौर के पुलिस अधीक्षक की कार्यशैली को इस जघन्य घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया।
पुलिस के अनुसार अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि अन्य की तलाश की जा रही है। वहीं, इस पूरे मामले में पुलिस पर रिश्वत सहित कई गंभीर आरोप भी लगाए गए हैं।
दरअसल, पीड़िता के ससुर ने 24 जून को सुरपालिया थाने में मामला दर्ज करवाते हुए बताया कि कुछ बदमाश उनकी पुत्रवधू को ढाणी से जबरन उठाकर अपने स्थान पर ले गए, जहां उसे बांध दिया गया और उसके साथ कुकर्म किया गया। इसके बाद आरोपियों ने उसके साथ बेरहमी से मारपीट की, उसे निर्वस्त्र कर यातनाएं दीं और उसका वीडियो भी बना लिया ताकि बाद में ब्लैकमेल किया जा सके।
रिपोर्ट में दर्ज नामजद आरोपी – भंवरूराम पुत्र छोटूराम, शैतानराम पुत्र रामदेवराम, ओमाराम पुत्र रामदेवराम, मूलाराम पुत्र पोकरराम, गोविन्दराम पुत्र ओमाराम, रविन्द्र पुत्र बुधाराम, दशरथ पुत्र शैतानराम, सुन्दर पत्नी ओमाराम, बिल्लू पत्नी शैतानराम एवं अन्य 15–20 व्यक्ति।
पीड़ित पक्ष का कहना है कि महिला के गुप्तांगों पर गंभीर चोटें आई हैं।

वहीं, नागौर पुलिस का कहना है कि इस संबंध में तत्काल मामला दर्ज कर पीड़िता का मेडिकल करवाया। मेडिकल रिपोर्ट में किसी गंभीर चोट का उल्लेख नहीं है और जो चोटें पाई गई हैं, वे साधारण श्रेणी की हैं।
पुलिस ने यह भी कहा कि इस मामले में तत्काल प्रीवेंटिव एक्शन लेते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। तथा शेष आरोपियों की तलाश के लिए टीमें गठित कर दी गई। ₹15000 रिश्वत देने की बात तथ्यहीन व निराधार है।

सांसद हनुमान बेनीवाल का बयान
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने रविवार को X (पूर्व में ट्विटर) पर ट्वीट कर कहा कि नागौर संसदीय क्षेत्र के सुरपालिया थाने में खेराट गांव की सिद्ध समाज की महिला के साथ हुई बर्बर व अमानवीय घटना को लेकर उन्होंने रेंज आईजी अजमेर और राजस्थान पुलिस के अन्य उच्चाधिकारियों से दूरभाष पर वार्ता की है।
उन्होंने आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी कर उनके खिलाफ कठोरतम कानूनी कार्रवाई की मांग की।
सांसद बेनीवाल ने आरोप लगाया कि नागौर जिले में पुलिस अधीक्षक की लचर कार्यशैली के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और ऐसे जघन्य अपराध होने के बावजूद पुलिस आरोपियों को पकड़ने में असफल हो रही है।