राजस्थान न्यूज: डीग के महमदपुर गांव निवासी सूबेदार लक्ष्मी नारायण, जो इन दिनों मथुरा में निर्माणाधीन निजी मकान की देखरेख के लिए अवकाश पर आए थे विद्युत करंट की चपेट में आ गए। करंट लगने से उनकी मौत हो गई। देशसेवा में समर्पित एक और जवान ने अकस्मात हादसे में अपनी जान गंवा दी। पूरे गांव में शोक का माहौल है और अंतिम विदाई में ‘भारत माता की जय’ और ‘लक्ष्मी नारायण अमर रहें’ के नारों से माहौल गूंज उठा।
निर्माण स्थल पर हुआ हादसा – सूबेदार लक्ष्मी नारायण ग्वालियर में पदस्थापित थे और मथुरा में अपने निजी मकान का निर्माण कार्य चल रहा था। छुट्टी के अंतिम दिन शुक्रवार को वे निर्माण स्थल पर मौजूद थे जब घर के समीप गुजर रही हाई वोल्टेज बिजली लाइन की चपेट में आ गए।
करंट लगते ही वे छत से नीचे गिर पड़े। आस-पास मौजूद लोगों ने तत्काल उन्हें अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सैन्य सम्मान के साथ दिया अंतिम संस्कार
हादसे की खबर मिलते ही उनके परिजन महमदपुर से मथुरा पहुंचे। शव को पोस्टमार्टम के बाद गांव लाया गया, जहां शुक्रवार को सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। गांव के हर व्यक्ति की आंखें नम थीं। सूबेदार के परिवार में पत्नी, बेटी और बेटा लव है।
हादसे के बाद परिवार गहरे सदमे में है। बड़े भाई रामचंद्र खेती करते हैं जबकि पिता का देहांत 7 साल पहले हो चुका था।
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी तहसीलदार नीतेश गोयल, पटवारी, सरपंच प्रतिनिधि संतराम गुर्जर सहित कई जनप्रतिनिधि व ग्रामीण मौके पर पहुंचे और परिवार को सांत्वना दी।
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