अजमेर की ऐतिहासिक तारागढ़ पहाड़ी पर वन विभाग की जमीन पर हुए अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई से पहले प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने शुक्रवार को मौका निरीक्षण किया। इस निरीक्षण में जिला कलेक्टर लोकबंधु, एसपी वंदिता राणा, सीसीएफ ख्याति माथुर सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। मौके पर भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया था।
अवैध निर्माणों को लेकर की गई समीक्षा-
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने पहाड़ी क्षेत्र में बनाए गए अवैध मकान और दुकानें देखीं। कलेक्टर लोकबंधु ने कहा कि वन विभाग और पुलिस के साथ संयुक्त निरीक्षण किया गया है। वन विभाग ने जिन जमीनों पर अतिक्रमण माना है। वहां पहले ही नोटिस जारी कर कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है।
कोर्ट से मिले आदेश, कुछ ने लगाई उच्च न्यायालय में चुनौती-
वन विभाग ने तारागढ़ क्षेत्र में करीब 200 लोगों को अतिक्रमण के नोटिस जारी किए थे। इनमें से 38 मामलों की सुनवाई एसीएफ कोर्ट में हुई। जहां अतिक्रमण साबित होने पर हटाने के आदेश दिए गए। इनमें से कुछ लोगों ने कोर्ट के आदेश को चुनौती देते हुए उच्च न्यायालय की शरण ली है।
कार्रवाई की तैयारी पूरी, आदेश के इंतजार में प्रशासन-
कलेक्टर ने बताया कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को लेकर पुलिस जाब्ता और मजिस्ट्रेट की मांग पहले ही की जा चुकी है। फिलहाल मौके पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है, लेकिन जैसे ही कोर्ट से अंतिम निर्देश मिलते हैं। कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
राजस्थान न्यूज: अतिक्रमण हटाने पहुंची पुलिस और निगम टीम को जान बचाकर भागना पड़ा, VIDEO
जयपुर: कॉलेज कैंपस में मजार निर्माण पर हंगामा, अवैध अतिक्रमण का आरोप