अजमेर में जबरन धर्म परिवर्तन के मामले को लेकर गुरुवार को वकीलों ने जोरदार विरोध दर्ज कराया। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट अशोक सिंह रावत के नेतृत्व में वकीलों ने कलक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए इस तरह की गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की।
ज्ञापन में आरोप लगाया गया कि अजमेर में कुछ ईसाई पादरी और उनके सहयोगी गरीब व दलित वर्ग के लोगों को बहला-फुसलाकर और प्रलोभन देकर उनका धर्म परिवर्तन करवा रहे हैं। इस दौरान इन लोगों पर अंधविश्वास फैलाने और हिंदू धर्म के खिलाफ भड़काने के भी आरोप लगाए गए।
एडवोकेट रावत ने बताया कि कुंदन नगर निवासी सुनील दत्त, जो पहले रिक्शा चालक था, अब खुद को मसीह का दूत बताकर लोगों को चमत्कारिक इलाज के नाम पर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित करता है। इसके साथ ही अमरचंद और राजेंद्र नाम के व्यक्ति भी इस गतिविधि में शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि सुनील के दो बेटे विमल और निर्मल सरकारी अस्पताल में कंप्यूटर ऑपरेटर के पद पर कार्यरत हैं। वे भी अपने साथी मोहित के साथ मिलकर मरीजों को बिना दवाई इलाज का झांसा देकर धर्म परिवर्तन के लिए उकसाते हैं।
बार एसोसिएशन ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो सकल हिंदू समाज के साथ मिलकर बड़ा आंदोलन किया जाएगा। ज्ञापन में प्रशासन से अवैध धर्म परिवर्तन और इससे जुड़ी अनैतिक गतिविधियों में लिप्त लोगों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की गई है।
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