अजमेर: राजस्थान में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न और आत्महत्या के मामलों को लेकर आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को अजमेर में भारतीय आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ से जुड़ी सैकड़ों महिला कार्यकर्ताओं ने बारिश के बावजूद कलेक्ट्रेट परिसर में धरना-प्रदर्शन कर सरकार और प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोला।
उदयपुर जिले में कार्यरत अंजूबाला नामक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की आत्महत्या मामले में आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग करना। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि जब तक न्याय नहीं मिलेगा, उनका आंदोलन जारी रहेगा।
क्या है पूरा मामला?
प्रदेश कोषाध्यक्ष कल्पना मिश्रा ने जानकारी दी कि उदयपुर जिले की अंजूबाला नाम की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को दो महिला सुपरवाइजरों और अन्य स्टाफ ने रिश्वत नहीं देने पर बार-बार मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। उनसे लगातार डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत मांगी जा रही थी और अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर उन्हें अपमानित किया जाता था।
अंजूबाला ने आत्महत्या से ठीक पहले अपने बेटे को एक वीडियो भेजा, जिसमें उसने पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया। इस वीडियो में उसने बताया कि वह प्रताड़ना से तंग आ चुकी है और इसी कारण आत्महत्या कर रही है।
FIR के बाद भी कार्रवाई नहीं
महिला कार्यकर्ताओं का आरोप है कि अंजूबाला के परिजनों द्वारा थाने में एफआईआर दर्ज करवाने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। न तो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया और न ही उन्हें निलंबित किया गया।
महिलाओं ने भरी हुंकार
प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं ने कहा कि यह सिर्फ अंजूबाला का मामला नहीं है, बल्कि प्रदेश भर में कई आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को इसी तरह प्रताड़ित किया जा रहा है। यदि समय रहते सरकार ने सख्त कदम नहीं उठाए, तो वे पूरे राजस्थान में बड़ा आंदोलन शुरू करेंगी।