अलवर न्यूज: शहर के लादिया मोहल्ले में एक प्राचीन मंदिर को लेकर दो समुदायों के बीच विवाद गहरा गया। मंदिर की जमीन और धार्मिक अधिकार को लेकर दोनो पक्ष आमने-सामने आ गए हैं। हालात को देखते हुए पुलिस मौके पर मौजूद है लेकिन तनाव की स्थिति बनी हुई है।
प्राचीन मंदिर को लेकर दो पक्ष आमने-सामने
स्थानीय निवासियों के अनुसार, गुरुवार रात कुछ लोगों ने मंदिर में पूजा कर रहे व्यक्ति से मारपीट कर उसे जबरन बाहर निकाल दिया। इसके बाद मंदिर को ताला लगाकर निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया। इस घटना के बाद क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
पूजा कर रहे व्यक्ति से मारपीट, मंदिर पर ताला जड़ा
निवासियों का आरोप है कि मंदिर में स्थापित भैरव भगवान की मूर्ति से संबंधित पहचान चिन्हों को हटा दिया गया और उनकी जगह देव नारायण भगवान का नाम अंकित कर दिया गया। इससे स्थानीय लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं।
मामले में गुर्जर समाज के प्रतिनिधियों बाबूलाल पोसवाल और एडवोकेट अनूप खटाना ने दावा किया कि यह मंदिर उनके कुलदेवता भगवान देव नारायण से जुड़ा है।
उन्होंने कहा कि मंदिर की स्थिति खराब थी और उसमें असामाजिक गतिविधियाँ हो रही थीं। ऐसे में समाज के लोगों ने मिलकर उसकी मरम्मत और चारदीवारी ऊँची करने का निर्णय लिया। विवाद बढ़ता देख पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों से बातचीत की।
फिलहाल प्रशासन मामले की जांच कर रहा है लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस मौजूद होने के बावजूद निर्माण कार्य पर रोक नहीं लगाई गई है। इस वजह से लोगों में रोष व्याप्त है।
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