Thursday, July 24, 2025
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अलवर में कांवड़ यात्रा के दौरान करंट हादसा: 2 की मौत, 30 से अधिक घायल

वन मंत्री संजय शर्मा ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का जाना हाल

अलवर जिले के लक्ष्मणगढ़ उपखंड के बिचगांवा गांव में बुधवार सुबह धार्मिक उत्साह उस वक्त मातम में बदल गया, जब कांवड़ यात्रा के दौरान डीजे ट्रक हाईटेंशन लाइन से टकरा गया।

इस हादसे में करंट फैलने से दो श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 30 से ज्यादा लोग झुलस गए। गंभीर रूप से घायल तीन लोगों को अलवर के राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

चंद सेकेंड में मच गया कोहराम

प्राप्त जानकारी के अनुसार – बिचगांव के श्रद्धालु हर साल की तरह इस बार भी हरिद्वार से कांवड़ लाकर गांव के मंदिर तक यात्रा निकाल रहे थे। बुधवार सुबह करीब 7 बजे यात्रा जब गांव के भीतर मंदिर की ओर बढ़ रही थी, तब डीजे से सजे ट्रक का ऊपरी हिस्सा हाईटेंशन विद्युत लाइन से छू गया।

ट्रक में करंट आते ही आस-पास की जमीन में विद्युत प्रवाह फैल गया। जमीन पर नाचते-गाते श्रद्धालु अचानक करंट की चपेट में आ गए और कुछ ही सेकेंड में कई लोग धराशायी हो गए।

मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत घायलों को संभाला और एम्बुलेंस की मदद से उन्हें पास के अस्पताल पहुंचाया गया। स्थिति गंभीर देखते हुए 7 लोगों को अलवर रेफर किया गया, जिनमें 3 की हालत नाजुक बनी हुई है।

मृतकों की पहचान – इस दर्दनाक घटना में बिचगांव निवासी गोपाल (22) पुत्र लालाराम और सुरेश प्रजापत (40) पुत्र कजोड़ीराम की मौत हो गई। दोनों श्रद्धालु यात्रा का हिस्सा थे और डीजे ट्रक के आसपास चल रहे थे।

आक्रोशित ग्रामीणों ने किया सड़क जाम

घटना की जानकारी फैलते ही गांव में शोक और आक्रोश का माहौल बन गया। बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गए और प्रशासन से जवाबदेही की मांग करते हुए लक्ष्मणगढ़-मुंडावर मुख्य मार्ग को करीब 5 घंटे तक जाम कर दिया। पीड़ित परिवारों को 10-10 लाख के मुआवजे पर सहमति के बाद जाम हटाया गया।

वन मंत्री ने पहुंचकर जाना हाल

राज्य के वन मंत्री संजय शर्मा और अलवर शहर के विधायक दोपहर में अलवर अस्पताल पहुंचे और घायल श्रद्धालुओं से मुलाकात की। उन्होंने पीड़ितों के बेहतर इलाज का आश्वासन दिया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सुरक्षा उपाय सुनिश्चित किए जाएं।

प्रशासन की ओर से जांच के निर्देश

घटना के बाद जिला प्रशासन और बिजली विभाग ने जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि हाईटेंशन लाइन की ऊंचाई कम थी और सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया। अधिकारियों ने जल्द ही पूरी रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।

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