देश के 14वें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राष्ट्रपति को भेजे अपने त्यागपत्र में स्वास्थ्य कारणों और डॉक्टरों की सलाह का हवाला देते हुए पद से हटने की बात कही।
धनखड़ ने अपने पत्र में लिखा कि चिकित्सकीय परामर्श के अनुसार उन्हें अब स्वास्थ्य को प्राथमिकता देनी होगी, इसी कारणवश वह तत्काल प्रभाव से उपराष्ट्रपति के दायित्वों से मुक्त होना चाहते हैं। उन्होंने राष्ट्रपति का सहयोग और सौहार्दपूर्ण व्यवहार के लिए आभार प्रकट किया और प्रधानमंत्री सहित पूरी मंत्रिपरिषद का भी धन्यवाद दिया।
गौरतलब है कि 6 अगस्त 2022 को हुए उपराष्ट्रपति चुनाव में जगदीप धनखड़ ने विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को हराकर जीत दर्ज की थी। उन्हें 528 मतों का समर्थन मिला था, जबकि अल्वा को केवल 182 वोट हासिल हुए थे। इसके बाद उन्होंने 11 अगस्त 2022 को भारत के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी।
14वें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने लिखा कि
चिकित्सा परामर्श का पालन करते हुए और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए, मैं भारत के उपराष्ट्रपति पद से तत्काल प्रभाव से, संविधान के अनुच्छेद 67(क) के अंतर्गत, अपना त्यागपत्र दे रहा हूं।
मैं भारत की माननीय राष्ट्रपति महोदया को उनके निरंतर सहयोग और कार्यकाल के दौरान हमारे सौहार्दपूर्ण एवं सकारात्मक कार्य संबंध के लिए अपनी गहन कृतज्ञता प्रकट करता हूं।
मैं माननीय प्रधानमंत्री एवं मंत्रिपरिषद के सभी आदरणीय सदस्यों के प्रति भी अपनी गहरी आभार भावना व्यक्त करता हूं। प्रधानमंत्री का सहयोग और समर्थन मेरे लिए अत्यंत मूल्यवान रहा है, और मैंने अपने कार्यकाल के दौरान उनसे बहुत कुछ सीखा है।
संसद के सभी माननीय सदस्यों से जो स्नेह, विश्वास और आत्मीयता मुझे प्राप्त हुई, वह मेरे स्मरण में सदैव संजोई रहेगी।
उप-राष्ट्रपति के रूप में मुझे जो बहुमूल्य अनुभव और दृष्टिकोण प्राप्त हुए, उसके लिए मैं अत्यंत आभारी हूं।
भारत के इस ऐतिहासिक और परिवर्तनकारी कालखंड में देश की अभूतपूर्व आर्थिक प्रगति और चमत्कारी विकास का साक्षी बनना और उसमें भागीदारी करना मेरे लिए गर्व और संतोष का विषय रहा है।
इस गरिमामय पद को छोड़ते समय मैं भारत के वैश्विक उत्थान और अद्वितीय उपलब्धियों पर गर्व से अभिभूत हूं तथा उसके उज्ज्वल भविष्य में मेरी अटूट आस्था है।