जयपुर के जमवारामगढ़ क्षेत्र के दीपोला गांव में मानवता को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक पिता ने अपने ही डेढ़ साल के मासूम बेटे को 200 फीट गहरे बोरवेल में फेंक दिया।
बच्चे का शव 90 फीट की गहराई पर फंसा मिला, जिसे करीब 16 घंटे के लंबे ऑपरेशन के बाद शुक्रवार तड़के 4:30 बजे बाहर निकाला गया। यह हृदयविदारक हादसा पूरे गांव में सन्नाटा फैला गया।

बीमार बेटे को समझा मृत, शराब के नशे में बोरवेल में फेंका
पुलिस के मुताबिक, दीपोला गांव निवासी ललित सैनी ने अपने डेढ़ साल के बेटे राम को बोरवेल में फेंकने की बात स्वीकार की है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि गृहक्लेश के चलते उसकी पत्नी एक माह पहले मायके चली गई थी और तभी से वह तीनों बच्चों की देखरेख अकेले कर रहा था।
इसी दौरान उसका छोटा बेटा बीमार हो गया। बुधवार रात उसे डॉक्टर को दिखाकर वह दवा दिलाकर घर लौटा, लेकिन नशे की हालत में बेटे को मृत मानते हुए उसने घर के पास खेत में बने एक पुराने बोरवेल को खोलकर उसमें बच्चे को फेंक दिया।
शव के सुराग तक पहुंचने में बरती गई चालाकी
घटना की जानकारी सबसे पहले आरोपी के बड़े भाई से पुलिस को मिली, जिसने बताया कि ललित ने फोन पर बच्चे को बोरवेल में फेंकने की बात कही थी। जब पुलिस ललित के घर पहुंची तो वह कमरे में बेहोश पड़ा मिला।
होश में आने पर उसने इधर-उधर की बातें कर पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की और बच्चे को दोस्तों के पास छोड़ने की बात कहकर कई स्थानों पर पुलिस को घुमाता रहा। आखिरकार सख्ती से पूछताछ करने पर उसने बोरवेल में फेंकने की बात कबूल की।
SDRF और सिविल डिफेंस ने चलाया संयुक्त ऑपरेशन
पुलिस ने तुरंत SDRF और सिविल डिफेंस की मदद ली। गुरुवार दोपहर 12 बजे ऑपरेशन शुरू हुआ, जिसमें करीब 60 सदस्य जुटे। बोरवेल में कैमरा डालने पर शाम करीब 4:30 बजे बच्चे का हाथ दिखाई दिया।
शव 90 फीट की गहराई में फंसा मिला। ऊपर से डाली गई मिट्टी और घास के कारण निकालने में काफी दिक्कत आई। पूरी रात चले अभियान के बाद शुक्रवार सुबह 4:30 बजे शव को बाहर निकाला गया। मौके पर मौजूद डॉक्टर ने मासूम को मृत घोषित कर दिया।
अब भी जांच में कई सवाल बाकी
SHO रामपाल शर्मा के अनुसार, यह स्पष्ट नहीं है कि बच्चे की पहले हत्या की गई या जीवित अवस्था में ही बोरवेल में फेंका गया। इस बात की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है और शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल की मॉर्च्यूरी में रखवाया गया है।
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