जोधपुर के जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय (जेएनवीयू) के पेंशनर्स अपनी लंबित पेंशन और अन्य बकाया परिलाभों की मांग को लेकर 48 दिनों से विश्वविद्यालय गेट पर धरने पर बैठे हैं। सोमवार को पेंशनर्स ने विरोध प्रदर्शन का अनोखा तरीका अपनाया और विश्वविद्यालय के केंद्रीय कार्यालय के बाहर वाहनों को रोककर भीख मांगी।
धरनास्थल से सड़क तक पहुंचे पेंशनर्स ने राहगीरों से सहयोग मांगा और कहा कि विश्वविद्यालय से पेंशन नहीं मिलने के कारण अब उनका जीवन यापन भी मुश्किल हो गया है। प्रदर्शनकारियों ने एकत्रित की गई भीख की राशि विश्वविद्यालय को देने की बात कही, ताकि उससे उन्हें पेंशन मिल सके।
संघर्ष समिति का आरोप- नहीं मिला बकाया एरियर और ग्रेच्युटी पेंशनर्स संघर्ष समिति के संयोजक अध्यक्ष अशोक व्यास ने बताया कि विश्वविद्यालय के 1125 सेवानिवृत्त कर्मचारी और शिक्षक दिसंबर माह की पेंशन से वंचित हैं। इसके अलावा सातवें वेतन आयोग के तहत पेंशन पुनः निर्धारण के बाद मिलने वाली एरियर राशि का भुगतान भी लंबित है।
उन्होंने यह भी बताया कि वर्ष 2020 के बाद से सेवानिवृत्त कर्मचारियों और शिक्षकों को सेवानिवृत्ति परिलाभ—जैसे बढ़ी हुई ग्रेच्युटी और कॉम्यूटेशन—का भुगतान नहीं किया गया है। इस वजह से वृद्धावस्था में पेंशनर्स को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार और प्रशासन से मांग-
पेंशनर्स ने राज्य सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन से जल्द से जल्द पेंशन जारी करने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि जल्दी समाधान नहीं हुआ तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे।
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