नागौर में एडवोकेट चैनाराम प्रजापत को मोबाइल पर जान से मारने की धमकी मिलने के बाद मामला तूल पकड़ता जा रहा है।
इस घटनाक्रम के विरोध में सोमवार को नागौर बार एसोसिएशन के वकीलों ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) सुमित कुमार को ज्ञापन सौंपकर आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी और एडवोकेट को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की।
बार संघ के अध्यक्ष बिड़दीचंद सांखला, महासचिव महेंद्र कुमार शर्मा और वरिष्ठ अधिवक्ता महावीर विश्नोई के नेतृत्व में वकीलों का प्रतिनिधिमंडल एएसपी से मिला।
धमकी का मामला – बलाया गांव निवासी सुनील काला नामक एक व्यक्ति ने चेक बाउंस के मामले में भेजे गए विधिक नोटिस से नाराज होकर चैनाराम प्रजापत को धमकी दी है। फोन पर न केवल अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया, बल्कि कोर्ट में आकर गंभीर वारदात करने की बात भी कही गई। यह न्यायिक प्रक्रिया और अधिवक्ताओं की स्वतंत्रता पर सीधा हमला है।
प्रकरण को लेकर कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है, जिसमें धमकी और गाली-गलौच के साथ-साथ आरोपी के फाइनेंस कंपनी से जुड़े होने का भी उल्लेख है। बताया जा रहा है कि आरोपी खुद को फाइनेंस कंपनी का सीजर बताकर अपने अधीन लगभग 20 लोगों की टीम होने की बात कर रहा है, जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि जिले में सक्रिय कुछ फाइनेंस कंपनियों की आड़ में अपराधिक प्रवृत्ति के लोग संगठित हो रहे हैं।
वकीलों ने ज्ञापन में मांग की है कि आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन किया जाए और एडवोकेट चैनाराम प्रजापत को सुरक्षा दी जाए ताकि वे निडर होकर न्यायिक कार्य कर सकें।
साथ ही, जिले में कार्यरत सभी फाइनेंस कंपनियों और उनके कर्मचारियों के पुलिस चरित्र सत्यापन की प्रक्रिया को भी अनिवार्य करने की आवश्यकता जताई है।