नागौर के डोबड़ी कलां में कैंपर वाहन चोरी की रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचे एक ग्रामीण के साथ थाने में कथित बदसलूकी और लापरवाही के विरोध में लोगों ने पुलिस थाने के सामने जोरदार प्रदर्शन किया। नाराज ग्रामीणों ने गच्छीपुरा थाने के सामने डेगाना रोड को जाम कर धरना भी दिया। मामला सोमवार रात को सामने आया और मंगलवार शाम को प्रदर्शन तेज हो गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, डोबड़ी कलां निवासी सुभाष मेघवाल की कैंपर गाड़ी 6 जुलाई की रात उसके घर के बाहर से चोरी हो गई थी। 7 जुलाई की सुबह लगभग 6 बजे सुभाष जब गच्छीपुरा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने पहुंचा। तो वहां ड्यूटी पर तैनात हैड कांस्टेबल ने न सिर्फ उसकी शिकायत को अनदेखा किया, बल्कि कथित रूप से दुर्व्यवहार करते हुए रिपोर्ट फेंक दी और थाने से बाहर निकाल दिया। आरोप है कि कांस्टेबल ने कहा, “मेरी नींद खराब मत कर, बाहर निकल जा।”
36 घंटे बीत जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होने से नाराज होकर ग्रामीण 8 जुलाई को थाने पहुंचे और मुख्य सड़क पर जाम लगाकर धरने पर बैठ गए। इस दौरान पुलिस और ग्रामीणों के बीच टकराव की स्थिति बन गई। ग्रामीणों की मांग थी कि वाहन चोरी की एफआईआर तत्काल दर्ज की जाए। मामले की जांच थानाधिकारी हरिकृष्ण तंवर से करवाई जाए और हैड कांस्टेबल को लाइन हाजिर किया जाए।
मौके पर पहुंचे एएसआई प्रकाश चंद ने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे। नायब तहसीलदार सतीश शर्मा मौके पर पहुंचे और आश्वासन दिया कि शिकायत को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा और घटना की निष्पक्ष जांच की जाएगी। इसके बाद ग्रामीणों ने धरना समाप्त कर दिया।
इस घटना ने एक बार फिर ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस की कार्यप्रणाली और संवेदनशील मामलों में ढिलाई को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते उचित कार्रवाई नहीं हुई तो वे फिर से आंदोलन करेंगे।
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