झालावाड़ ज़िले के मनोहरथाना क्षेत्र में शुक्रवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया, जब पीपलोदी गांव के राजकीय प्राथमिक विद्यालय की छत अचानक भरभराकर गिर गई। हादसे में अब तक 5 बच्चों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 30 से अधिक छात्र गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घटना के समय कक्षा में करीब 60 छात्र मौजूद थे।
शुक्रवार सुबह करीब 10 बजे के आसपास जब स्कूल में नियमित कक्षाएं चल रही थीं, तभी भवन की जर्जर छत अचानक ढह गई। छत गिरने से बच्चे मलबे में दब गए। चीख-पुकार मच गई और मौके पर अफरातफरी का माहौल बन गया। स्कूल स्टाफ और ग्रामीण तत्काल मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू किया। स्थानीय लोगों ने ही कई बच्चों को मलबे से बाहर निकाला।
प्रशासन ने संभाला मोर्चा
हादसे की सूचना मिलते ही झालावाड़ ज़िला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ और एसपी अमित कुमार मौके के लिए रवाना हुए। घटनास्थल पर रेस्क्यू कार्य जारी है। घायल बच्चों को नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) मनोहरथाना में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। गंभीर रूप से घायल छात्रों को कोटा रेफर किए जाने की तैयारी भी की जा रही है।
रेस्क्यू और राहत कार्य जारी
NDRF और SDRF की टीमों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है। स्कूल परिसर में जेसीबी मशीनों की मदद से मलबा हटाया जा रहा है। अधिकारियों ने आशंका जताई है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है।
जर्जर भवन बना हादसे की वजह
स्थानीय लोगों का कहना है कि विद्यालय भवन काफी पुराना और जर्जर हालत में था, लेकिन फिर भी उसमें नियमित कक्षाएं संचालित की जा रही थीं। ग्रामीणों ने पहले भी भवन की स्थिति को लेकर शिकायतें की थीं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
राज्य के मुख्यमंत्री ने इस हादसे पर गहरा दुख प्रकट करते हुए मृतकों के परिजनों को संवेदनाएं दी हैं। उन्होंने प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि राहत व बचाव कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।