श्रीगंगानगर के गजसिंहपुर में बुधवार सुबह हुई एक घंटे की तेज बारिश ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं। खासकर वार्ड 3, 4 और 5 में जलभराव की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। इन वार्डों का भौगोलिक स्तर नीचे होने के कारण बारिश का पानी तेजी से जमा हो जाता है। जिससे घरों में पानी भर गया है।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि 15 जुलाई 2022 को भी इसी तरह की स्थिति बनी थी। जब कई घर क्षतिग्रस्त हुए थे और लोगों को अपने घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा था। इस बार भी बारिश के बाद प्रशासन मौके पर नहीं पहुंचा। जिससे लोगों में भारी आक्रोश है। गंदे नालों का स्टोरेज स्थल ओवरफ्लो हो चुका है। जिससे जल निकासी नहीं हो पा रही।
नगरपालिका प्रशासन ने बारिश के पानी को निकालने के लिए ट्रैक्टर पंप लगाए हैं, लेकिन इलाके में रुक-रुक कर बारिश जारी रहने से स्थिति नियंत्रण से बाहर बनी हुई है। तीन सालों से इस क्षेत्र में जलभराव की समस्या का स्थाई समाधान नहीं निकल पाया है।
मकान की छत गिरने से महिला को चोट, गरीब परिवार पर हुई बारिश की मार-
रायसिंहनगर पंचायत समिति की पंचायत श्यामगढ़ के गांव 65 एनपी में भी बारिश ने तबाही मचाई। एक गरीब परिवार के मकान की छत गिरने से महिला को मामूली चोटें आईं। सौभाग्य रहा कि कोई जनहानि नहीं हुई। लगातार हो रही बारिश से कच्चे मकानों को भारी नुकसान पहुंचा है।
पीड़ित रामचंद्र नायक ने बताया कि वे घर के बाहर तंबू लगाकर रह रहे हैं। उनका घरेलू सामान भी बारिश के कारण खराब हो गया है। रामचंद्र ने बताया कि बेटी की शादी के लिए धीरे-धीरे बनवाया गया सामान भी मिट्टी में दबकर नष्ट हो गया है।
पीड़ित परिवार ने अब सोशल मीडिया के माध्यम से प्रशासन से पीएम आवास योजना के तहत नए मकान की मांग की है। स्थानीय जनता प्रशासन से समाधान की मांग कर रही है ताकि बार-बार हो रहे जलभराव और मकानों के नुकसान से निजात मिल सके।
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