सीकर में कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए स्मार्ट मीटर और मास्टर प्लान के विरोध में जोरदार आक्रोश रैली निकाली। यह रैली कोर्ट परिसर से शुरू होकर कलेक्ट्रेट तक पहुंची।
रैली के दौरान कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट परिसर में घुसने की कोशिश की और गेट पर चढ़ गए, जिन्हें मौके पर तैनात पुलिस ने नीचे उतारा और स्थिति को नियंत्रण में लिया।
ज्ञापन सौंपा, बीजेपी सरकार पर तीखा हमला-
रैली के बाद कांग्रेस पदाधिकारियों ने जिला कलेक्टर मुकुल शर्मा को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नाम ज्ञापन सौंपा। इस दौरान सीकर विधायक राजेंद्र पारीक ने बीजेपी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा,
“प्रदेश की सरकार के आंख, कान और नाक सब कुछ हैं लेकिन ये गूंगी-बहरी हो चुकी है। स्मार्ट मीटर और मास्टर प्लान के नाम पर जनता को लूटा जा रहा है।”
बकाया बिल और राजनीति का आरोप-
पारीक ने आरोप लगाया कि सरकार आम उपभोक्ताओं पर तो 2-2 हजार रुपए के बकाया बिजली बिल को लेकर कार्रवाई कर रही है, लेकिन जिन पर लाखों रुपए बकाया हैं, उन पर कोई कदम नहीं उठाया जा रहा।
उन्होंने कहा–
“सिर्फ आम जनता पर ही एक्शन हो रहा है, बड़े बकायेदारों को राजनीतिक लाभ के तहत बचाया जा रहा है।”
राजेंद्र पारीक ने अपने बयान में मोदी सरकार की तुलना ईस्ट इंडिया कंपनी से करते हुए कहा कि-
“पहले ईस्ट इंडिया कंपनी व्यापार के नाम पर भारत आई थी, अब बीजेपी सरकार उसका मॉडिफाइड रूप बन चुकी है। इसमें गुजरात के चार चेहरे — नरेंद्र मोदी, अमित शाह, अंबानी और अडाणी — शामिल हैं। अब यह कंपनी सिर्फ व्यापार ही नहीं, प्रशासन भी चला रही है।”
रैली का मकसद-
कांग्रेस का कहना है कि स्मार्ट मीटर थोपने और बिना जनसहमति के मास्टर प्लान लागू करने से आम नागरिकों को भारी नुकसान हो रहा है। पार्टी ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने इन मुद्दों पर गंभीरता नहीं दिखाई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
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