अलवर जिले में उमरैण के पास स्थित देव डूंगरी पर गुरु पूर्णिमा के दिन वन विभाग द्वारा धार्मिक स्थल पर बनाए गए निर्माण को तोड़े जाने के बाद गुर्जर समाज में आक्रोश फैल गया। इस मुद्दे को लेकर समाज की ओर से एक बड़ी महापंचायत आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न जिलों से बड़ी संख्या में समाज के लोग जुटे।
महापंचायत में जुटे प्रदेशभर से समाजजन
देव डूंगरी क्षेत्र में बीते कई वर्षों से देवनारायणजी की पदयात्रा रुकती रही है। यहां हर वर्ष हजारों श्रद्धालु एकत्र होते हैं और जागरण व पूजा-अर्चना होती है। समाज के लोगों के अनुसार, मंदिर की नींव पहले से रखी हुई थी और इस बार गुरु पूर्णिमा पर मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारी चल रही थी।
इसी दौरान, टीनशेड और पिलर लगाए गए थे जिन्हें वन विभाग ने अचानक आकर ढहा दिया। इस दौरान मूर्ति भी खंडित हो गई, जिससे समाज में गहरा रोष फैल गया।
प्रशासन से बनी सहमति, मिला निर्माण का आश्वासन
रविवार रात को प्रशासन और समाज के प्रतिनिधियों के बीच बातचीत के बाद सहमति बनी कि 20 अगस्त तक तोड़ा गया निर्माण कार्य फिर से पूरा किया जाएगा। इस आश्वासन के बाद सोमवार को महापंचायत में शांति रही। पंचायत में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष निर्मल चौधरी, डेयरी के पूर्व चेयरमैन विश्राम गुर्जर और अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
सभी ने चेतावनी दी कि अगर तय समय पर निर्माण नहीं हुआ, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
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