स्पॉटलाइट न्यूज़: जल्द ही UPI यूजर्स बिना PIN डाले केवल अपने फिंगरप्रिंट या फेस ID से पेमेंट कर सकेंगे। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) अब डिजिटल ट्रांजैक्शन को और अधिक सुरक्षित और आसान बनाने के लिए बायोमेट्रिक आधारित पेमेंट सिस्टम लाने की तैयारी में है। इससे पेमेंट के दौरान पिन डालना ऑप्शनल हो जाएगा।
यह नया फीचर UPI को अधिक सुरक्षित, तेज और यूजर-फ्रेंडली बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी मुख्य बातें सवाल-जवाब के रूप में:
1: बायोमेट्रिक पेमेंट आखिर है क्या?
बायोमेट्रिक पेमेंट में उपयोगकर्ता की पहचान उसके फिंगरप्रिंट या चेहरे (Face ID) के जरिए की जाती है। जैसे आप अपने फोन को अनलॉक करते हैं, वैसे ही अब भुगतान भी बिना पासवर्ड या पिन के किया जा सकेगा। यह प्रणाली पारंपरिक पिन की तुलना में अधिक सुरक्षित मानी जाती है क्योंकि इसे नक़ल करना बेहद मुश्किल होता है।
2: यह सुविधा कब से शुरू होगी?
NPCI इस तकनीक पर काम कर रहा है, और उम्मीद है कि कुछ महीनों में प्रमुख UPI ऐप्स जैसे Google Pay, PhonePe और Paytm में इसका अपडेट देखने को मिलेगा। हालांकि, इसकी आधिकारिक लॉन्च डेट अभी घोषित नहीं की गई है
3: इस बदलाव की जरूरत क्यों पड़ी?
पिन आधारित सिस्टम में फ्रॉड की संभावना बनी रहती है। वहीं, बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन के जरिए धोखाधड़ी के मामलों में कमी आएगी। साथ ही यह प्रक्रिया तेज और सुविधाजनक होगी, खासकर उन लोगों के लिए जिन्हें पिन याद रखने में परेशानी होती है।
4: क्या यह सुविधा सभी ऐप्स पर उपलब्ध होगी?
NPCI की योजना है कि आने वाले समय में सभी प्रमुख UPI प्लेटफॉर्म इस फीचर को अपनाएं। हालांकि, शुरूआत में कुछ चुनिंदा ऐप्स पर इसका पायलट प्रोग्राम चलाया जा सकता है।
5: क्या यह सिस्टम पूरी तरह सुरक्षित होगा?
NPCI का कहना है कि यूजर्स का बायोमेट्रिक डेटा सुरक्षित रूप से एन्क्रिप्ट कर स्टोर किया जाएगा, जिससे डाटा लीक या चोरी का खतरा बेहद कम रहेगा। हालांकि, डेटा गोपनीयता को लेकर सख्त सुरक्षा उपाय अपनाए जाएंगे।