राजस्थान की कांग्रेस ने कथित वोट चोरी के विरोध में आज (बुधवार) जयपुर में पैदल मार्च निकाला। सुबह से ही प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय (पीसीसी) पर पार्टी के दिग्गज नेता और कार्यकर्ता जुटने लगे थे।
मार्च दोपहर 12 बजे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में शुरू हुआ। इसमें नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सहित बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए। यह मार्च पीसीसी कार्यालय से शुरू होकर शहीद स्मारक तक पहुंचा, जहां इसका समापन हुआ।
अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा — “प्रधानमंत्री मोदी ने वोट चोरी से सत्ता हासिल की है। SIR के नाम पर विपक्ष के वोट काटे जा रहे हैं और दूसरी तरफ बीजेपी के फर्जी वोट जुड़वाए जा रहे हैं। यह संविधान की हत्या है। इसके खिलाफ जनजागरण करेंगे।”
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा — “स्थिति ऐसी बन गई है कि 60 लाख वोट काटे जा रहे हैं। जुड़े कितने हैं, यह कोई नहीं बता रहा। योगेंद्र यादव सुप्रीम कोर्ट गए, जिन्दा खड़े हैं, उन्हें मृत बता दिया। चुनाव आयोग यह नाटक पहली बार कर रहा है। राहुल गांधी की छोड़िए एक मीडिया हाउस शिकायत कर रहा है तो जांच होनी चाहिए। राहुल गांधी से एफिडेविट मांगा जा रहा है, यह बेक़ूफ़ी की बात है। चुनाव आयोग को तो पद पर रहने का हक ही नहीं है, उसे इस्तीफा देना चाहिए।”
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा — “एक व्यक्ति को एक वोट का अधिकार है, लेकिन यह उसे छीनने का काम कर रहे हैं। फर्जीवाड़ा करके ये लोग सत्ता में आए हैं। बिहार में भी 65 लाख वोट काट दिए, एक भी जोड़ा नहीं। चुनाव आयोग को जवाब देना चाहिए। एक घर में 100-100 आदमी रह रहे हैं। इस फर्जीवाड़े को राहुल गांधी सामने लाए हैं।”
पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा — “सरकार को आगे न करे, चुनाव आयोग कदम उठाए। कहां गड़बड़ी हुई, जांच तो करें। लिखकर दें कि चोरी नहीं हुई है।”
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