अजमेर में साइबर ठगी का मामला सामने आया है, जिसमें मेयो कॉलेज गर्ल्स स्कूल की इंग्लिश टीचर गार्गी दास डिजिटल ठगी का शिकार हुईं। इस मामले में पुलिस ने एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है।
आरोपी ने बैंक खाता ठगों को कराया उपलब्ध-
सीओ हनुमान सिंह के अनुसार, 26 सितंबर 2024 को दर्ज मामले में हनुमानगढ़ के फैफाना (नोहर) निवासी सचिन इन्दौरिया को गिरफ्तार किया गया। आरोपी ने अपने बैंक खाते व खाते में पंजीकृत सिम ठगों को उपलब्ध कराई थी।
जांच में पाया गया कि आरोपी के खाते में लगभग 20 लाख रुपए का लेनदेन हुआ, जिसमें से 12 लाख 80 हजार रुपए पीड़िता के खाते से ट्रांसफर कराए गए। इसके बदले आरोपी ने कमीशन प्राप्त किया।
ठगी की कहानी – कॉल और धमकी-
गार्गी दास ने पुलिस को बताया कि 25 अगस्त को उन्हें एक कॉल आया। कॉलर ने खुद को टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) का अधिकारी बताते हुए उनके मोबाइल नंबर को बंद करने की धमकी दी और कहा कि उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस है।
उसी दिन एक अन्य नंबर से वॉट्सऐप कॉल आया। जिसमें कॉलर ने खुद को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी विजय खन्ना बताया। कॉलर ने दावा किया कि उनके खिलाफ कनाडा में एफआईआर दर्ज है। वॉट्सऐप पर फर्जी डॉक्यूमेंट भेजकर उन्हें डराया और धमकाया।
कॉलर ने कहा कि इस बात को किसी से न बताएं, वरना परिवार मुसीबत में पड़ जाएगा। डर और धमकी का इस्तेमाल कर ठगों ने चार बार ट्रांजैक्शन करवा कर कुल 12 लाख 80 हजार रुपए उनसे निकाल लिए। इसके बाद ठगों ने कहा कि पैसे वापस आ जाएंगे।
गिरफ्तारी और जांच-
इस मामले में पहले ही तीन आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। अब सचिन इन्दौरिया की गिरफ्तारी के साथ पुलिस मामले की आगे की जांच में जुटी है।
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