अजमेर के श्रीनगर थाना क्षेत्र में भाजपा नेता गंगाराम रावत की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत का मामला सामने आया है। घटना की जानकारी मिलते ही परिजन और ग्रामीण जेएलएन अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित किया। परिजन और ग्रामीणों ने भाजपा नेता की हत्या का आरोप लगाया है और पुलिस से कार्रवाई की मांग करते हुए शव नहीं लेने की चेतावनी दी है।
परिवार ने जताया हत्या का आरोप, पुलिस से की कड़ी कार्रवाई की मांग-
बुबानी गांव निवासी सेतु सिंह ने बताया कि उनके बड़े भाई गंगाराम रावत सोमवार शाम 6 बजे पेमेंट लेने के लिए श्रीनगर गए थे। शाम को पत्नी से फोन पर घर जल्दी लौटने की बात कही थी, लेकिन जब वे लौटे नहीं तो परिवार ने कई बार कॉल किया, पर कोई जवाब नहीं मिला।
रात करीब 10 बजे बेटे हंसराज को एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर बताया कि ग्राम नोलखा क्षेत्र में एक शव पड़ा है। परिवार तुरंत घटनास्थल पर पहुंचा और गंगाराम को जेएलएन अस्पताल लेकर गया, जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
डीजे को लेकर पहले भी हो चुका था विवाद, धमकियां भी मिलीं-
परिजन ने आरोप लगाया कि कुछ दिनों पहले गांव में डीजे न बजाने का फैसला लिया गया था, लेकिन कावड़ यात्रा के दौरान कुछ युवाओं ने डीजे बजाया था। इस दौरान गंगाराम और अन्य के साथ विवाद हुआ था और उन युवाओं ने जान से मारने की धमकी दी थी। परिवार का कहना है कि इसी वजह से गंगाराम की हत्या हुई है।
ग्रामीणों ने अस्पताल की मोर्चरी में किया धरना, शव लेने से किया इंकार-
परिजन और ग्रामीण बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंचे और पुलिस से आरोपियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि जब तक पुलिस कार्रवाई नहीं करती, वे शव नहीं लेंगे। वहीं, ग्रामीणों ने गेगल थाना पुलिस पर भी आरोप लगाया कि कावड़ यात्रा के समय विवाद होने पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की, जिसके कारण यह घटना हुई।
पुलिस ने शुरू की जांच, एफएसएल टीम ने जुटाए साक्ष्य-
श्रीनगर थाना प्रभारी जसवंत सिंह ने बताया कि मृतक गंगाराम रावत को नोलखा गांव के पास सड़क पर संदिग्ध परिस्थितियों में पाया गया था। मामले में हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। एफएसएल टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं और जांच जारी है।
पूर्व पंचायत सदस्य ने जताई चिंता, कहा- कार्रवाई जरूरी-
पूर्व पंचायत समिति सदस्य अर्जुन सिंह रावत ने बताया कि गंगाराम की मौत से गांव में तनाव फैल गया है। उन्होंने कहा कि डीजे को लेकर 28 तारीख को विवाद हुआ था, जिसके बाद जान से मारने की धमकी भी मिली थी।
उन्होंने कहा कि गांव में कुछ लड़के आतंक मचा रहे हैं और जब तक पुलिस प्रभावी कार्रवाई नहीं करती, तब तक हालात नियंत्रण में नहीं आएंगे। अभी तक पुलिस की ओर से आरोपियों के खिलाफ कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। परिजन और ग्रामीण जल्द से जल्द न्याय की मांग कर रहे हैं।
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