चौमूं के कालाडेरा में यूरिया की किल्लत और कालाबाजारी से नाराज़ किसानों और ग्रामीणों ने समिति कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करते हुए यूरिया के पारदर्शी और न्यायसंगत वितरण की मांग उठाई।
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि समिति के सचिव और कर्मचारियों की मिलीभगत से यूरिया की खुलेआम कालाबाजारी की जा रही है। उनका कहना है कि यूरिया आने के बावजूद जरूरतमंद किसानों तक समय पर और सही तरीके से खाद नहीं पहुंच रही है।
प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आरोप लगाया कि बिचौलियों के जरिए यूरिया को ऊंचे दामों पर खुले बाजार में बेचा जा रहा है। जिससे मध्यम और छोटे किसान सबसे ज्यादा परेशान हैं। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि समिति के कर्मचारी जानबूझकर किसानों को यूरिया की उपलब्धता की जानकारी समय पर नहीं देते, जिससे वास्तविक जरूरतमंद किसान वंचित रह जाते हैं।
प्रदर्शनकारियों ने इस मामले की शिकायत राजस्थान सरकार के कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा से की है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। साथ ही चौमूं एसडीएम को भी ज्ञापन सौंपकर पारदर्शी वितरण व्यवस्था की मांग रखी गई है।
धरने में बड़ी संख्या में किसान, ग्रामीण और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए। सभी की एक ही मांग थी—यूरिया वितरण में पारदर्शिता, बिचौलियों पर रोक और किसानों को समय पर खाद की उपलब्धता।
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