जयपुर में एक फर्जी पुलिसकर्मी ने प्राइवेट कॉलेज के एक प्रोफेसर और उनके पूर्व छात्र को ठगने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोपी ने खुद को हेड कॉन्स्टेबल बताकर फोन और वॉट्सऐप कॉल के माध्यम से धमकाया और लाखों रुपए ऐंठ लिए। पीड़ितों ने रामनगरिया थाने में शिकायत दर्ज करवाई है।
फर्जी पुलिसकर्मी ने प्रोफेसर को धमकाया
प्रताप नगर निवासी 49 वर्षीय प्रोफेसर, जो प्राइवेट कॉलेज में कार्यरत हैं ने 20 जुलाई की रात एक अज्ञात कॉल प्राप्त किया। कॉल करने वाले ने अपना नाम “दाताराम” बताया और खुद को गांधी नगर थाने का हेड कॉन्स्टेबल बताकर धमकाया।
उसने कहा कि किसी सुनील नामक व्यक्ति की कॉल डिटेल में प्रोफेसर का नंबर भी आया है और उनका नाम चार्जशीट में दर्ज किया जा सकता है। यदि वह तुरंत थाने नहीं पहुंचे तो पुलिस उन्हें उठा लेगी।
इसके बाद आरोपी ने वॉट्सऐप कॉल के जरिए नाम हटाने के लिए 25 हजार रुपए की मांग की। डर के कारण प्रोफेसर ने रात में 15 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए और शेष 10 हजार रुपए अगले दिन गांधी नगर थाने के पास मिलने पर देने का वादा किया।
प्रोफेसर से 25 हजार रुपए ठगे, 10 हजार वापस लौटाए
21 जुलाई को आरोपी प्रोफेसर को कॉलेज बुलाकर अपनी कार में बैठाया और 10 हजार रुपए ट्रांसफर करवा लिए। बाद में प्रोफेसर ने उसकी आईडी मांगी, लेकिन आरोपी ने नहीं दी। पुलिस में शिकायत करने की चेतावनी देने पर आरोपी ने 23 जुलाई को 10 हजार रुपए वापस ट्रांसफर कर दिए। बाकी की रकम नहीं दी।
पूर्व स्टूडेंट को भी झांसा देकर 44,500 रुपए ठगे
इसी समय आरोपी ने प्रोफेसर के पूर्व स्टूडेंट को भी झांसा देकर सरकारी नौकरी दिलाने और आरटीओ परीक्षा पास कराने के नाम पर 44,500 रुपए ठग लिए। यह रकम 20 जुलाई को कॉल के जरिए ली गई थी।
ASI छुट्टन लाल ने बताया कि पीड़ित प्रोफेसर ने रामनगरिया थाने में शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और आरोपी की पहचान कर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है।
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