जयपुर में बीजेपी के जिला अध्यक्ष अमित गोयल ने सुबह अपनी नई कार्यकारिणी की घोषणा सोशल मीडिया पर कर दी। लेकिन कुछ ही मिनटों में पोस्ट को डिलीट कर दिया गया। इसके पीछे कारण बताते हुए नई पोस्ट में लिखा गया कि कंप्यूटर ऑपरेटर से गलती से प्रस्तावित कार्यकारिणी सोशल मीडिया पर अपलोड हो गई, जबकि आधिकारिक घोषणा बाद में की जानी थी।
इस लिस्ट के सामने आते ही कार्यकर्ताओं और कई वरिष्ठ नेताओं के समर्थकों में नाराजगी की लहर दौड़ गई। भाजपा नेता अनुराधा माहेश्वरी ने सोशल मीडिया पर खुलकर अपनी नाराजगी जताई। वहीं विधायक कालीचरण सराफ, अशोक परनामी और अरुण चतुर्वेदी के समर्थकों को नजरअंदाज किए जाने पर भी तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आईं।
घोषित कार्यकारिणी में कुल 34 नेताओं को विभिन्न पदों पर नामित किया गया, जिनमें से 22 लोगों को सिफारिश के आधार पर जगह दी गई थी। केवल 8 नेताओं को कार्य के आधार पर शामिल किए जाने का उल्लेख किया गया था, जबकि 4 के नाम के आगे कोई टिप्पणी नहीं थी।
इस लिस्ट में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और डिप्टी सीएम दीया कुमारी की सिफारिश पर 8 नाम शामिल किए गए थे। मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ और विधायक बालमुकुंदाचार्य की सिफारिश पर 2-2 नेताओं को जगह मिली। इसके अलावा प्रेमचंद बैरवा, मंजू शर्मा, गोपाल शर्मा, कैलाश वर्मा, कालीचरण सराफ, अशोक परनामी, चंद्र मोहन बटवाड़ा और संघ की सिफारिश पर एक-एक नाम शामिल था।
इस तरह कार्यकारिणी पोस्ट डालते ही विवाद का कारण बन गई, और बीजेपी नेतृत्व को सफाई देकर लिस्ट हटानी पड़ी। अब सभी की नजरें उस “विधिवत” घोषणा पर टिकी हैं जो जल्द की जानी है।
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