बाड़मेर के सीमावर्ती क्षेत्र के सरपंच भारथाराम और उनकी पत्नी खेतूदेवी को स्वतंत्रता दिवस के मुख्य समारोह में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। यह सम्मान उनके क्षेत्र में विकास कार्य और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के साथ सहयोग के लिए मिला है।
मंगलवार को बीएसएफ के जवान भारथाराम व उनके परिवार को लेकर बाड़मेर से जोधपुर पहुंचे। जहां से वे बीएसएफ अधिकारियों के साथ हवाई जहाज से नई दिल्ली के लाल किले पर आयोजित स्वतंत्रता दिवस परेड में हिस्सा लेंगे।
सीमावर्ती क्षेत्र के विकास और सहयोग का श्रेय-
भारथाराम ग्राम पंचायत नवताल के 45 वर्षीय जुझारू युवा सरपंच हैं, जिन्होंने पद संभालते ही सीमावर्ती गांवों में विकास की गति बढ़ाई। उनके कार्यकाल में 2 एयरटेल मोबाइल टावर, स्कूल भवन निर्माण, पक्के रास्ते और खेल मैदान जैसे कई विकास कार्य पूरे हुए हैं। उन्होंने बीएसएफ जवानों के साथ हर हाल में सहयोग किया और सीमा सुरक्षा में अहम भूमिका निभाई।
किसान भी बने समारोह के विशिष्ट अतिथि-
बाड़मेर के बाटाडू तहसील के ग्राम झाक के किसान डॉ. देवाराम पंवार और उनकी धर्मपत्नी भी इस समारोह में शामिल होंगे। वे पारंपरिक खेती के साथ औषधीय खेती और आधुनिक पशुपालन में सफल हैं और केंद्र-राज्य की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं।
बीएसएफ की पहल से सम्मानित-
सेकेंड कमांड अधिकारी सावंत समीर शशिकांत ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य उन जनप्रतिनिधियों और किसानों को सम्मानित करना है। जिन्होंने सीमा पर तैनात बीएसएफ जवानों के साथ मिलकर देश की सुरक्षा में योगदान दिया है। यह आयोजन देश की एकता और अखंडता को मजबूत करने के लिए बीएसएफ की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
दिल्ली में विशेष अतिथि दीर्घा से समारोह का आनंद-
भारथाराम अपनी पत्नी खेतूदेवी और बीएसएफ सहयोगी टीम के साथ 12 अगस्त को जोधपुर से दिल्ली के लिए उड़ान भरेंगे। वहां वे लाल किले की परेड में विशेष अतिथि दीर्घा से स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम का आनंद लेंगे।
भारथाराम ने कहा, यह मेरे लिए गर्व की बात है कि हमारे गांव जैसे सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को पहली बार दिल्ली के राष्ट्रीय समारोह में यह सम्मान मिला है।
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