भीलवाड़ा: सावन के पावन माह में सांगानेरी गेट स्थित दूधाधारी गोपाल मंदिर में झूलनोत्सव पूरे उल्लास और भक्ति भाव के साथ मनाया जा रहा है। इस अवसर पर ठाकुरजी को कांच के झूले में विराजित कर सजाया जा रहा है जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर पहुंच रहे हैं।
सावन में ठाकुरजी का झूलनोत्सव शुरू
मंदिर के पुजारी पंडित कल्याण शर्मा ने बताया कि सावन में प्रकृति के आनंदित माहौल में झूलनोत्सव की परंपरा निभाई जाती है। आचार्य श्री के आदेशानुसार यह आयोजन जन्माष्टमी तक जारी रहेगा। इस दौरान ठाकुरजी की विभिन्न झांकियां और साज-सज्जा के दर्शन होते हैं।हर दिन अलग थीम पर सजते हैं झूले
प्रतिदिन अलग-अलग थीम पर झूले सजाए जा रहे हैं- कभी आम्र कुंज, आम्र पल्लव, मिठाई, टॉफी, गोला, बिस्किट, फूल, फल और कभी नागर बेल व ड्राई फ्रूट से झूले सजाए जाते हैं। ठाकुरजी को शीश महल में विराजित कर विशेष पोशाक और मुकुट पहनाकर झुलाया जाता है।
श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए प्रतिदिन शाम 7:30 बजे से रात 10 बजे तक झूला झुलाने की व्यवस्था है।
जन्माष्टमी पर होगा भव्य समापन
रक्षाबंधन तक यह उत्सव चलता हैं जबकि जन्माष्टमी पर मंदिर परिसर में विशेष दर्शन, झांकियां और भव्य समापन समारोह होगा। नंद महोत्सव तक ठाकुरजी की विभिन्न लीलाओं के दर्शन होते रहेंगे और भक्त अपने आराध्य के दर्शन कर स्वयं को धन्य मानते हैं।
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