भीलवाड़ा: राजस्थान में एक तरफ ‘हरियालो राजस्थान’ अभियान के तहत हरियाली बढ़ाने के लिए लाखों पौधे लगाए जा रहे हैं वहीं भीलवाड़ा जिले के गुलाबपुरा उपखंड के हुरडा ब्लॉक के जालमपुरा गांव में 35 बीघा चरागाह भूमि पर खड़े सैकड़ों हरे-भरे पेड़ों को रातों-रात काट देने से ग्रामीणों में गुस्सा भड़क गया है।
सरकारी अभियान के बीच हरी-भरी भूमि उजाड़ी
ग्रामीणों के अनुसार 26 और 27 जुलाई की दरमियानी रात, सरपंच और सचिव के निर्देश पर बिना किसी सरकारी अनुमति और पूर्व सूचना के 100 से अधिक पेड़ों को काटा गया। इसके लिए करीब 20 जेसीबी, कटर मशीन और 50 से अधिक मजदूर लगाए गए।
100 से ज्यादा पेड़ काटे
हरी-भरी चरागाह भूमि को समतल कर दिया गया और कटे हुए पेड़ों को अवैध रूप से बेच दिया गया। ग्रामीणों का कहना है कि यह कदम न केवल ‘हरियालो राजस्थान’ अभियान की भावना के विपरीत है बल्कि पर्यावरण और सामाजिक दृष्टि से भी गंभीर नुकसानदायक है।
घटना से नाराज ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा और दोषियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की। उनका आरोप है कि यह मामला सिर्फ पेड़ों की कटाई नहीं, बल्कि वन संपदा के अवैध दोहन और सरकारी योजनाओं के दुरुपयोग से जुड़ा है।
ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे बड़ा आंदोलन शुरू करेंगे। इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर न्याय की मांग की।
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