राजसमंद जिले के मंडावर ग्राम पंचायत के ढाक का चौड़ा गांव में रविवार सुबह दादी और पोता-पोती की तालाब में डूबने से मौत हो गई। घटना की सूचना पर पुलिस ने तीनों के शव बाहर निकलवाकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भिजवाए।
मृतकों की पहचान ढाक का चौड़ा निवासी भंवरी देवी (पूर्व वार्ड पंच) और उनके पोते हिम्मतराम (11 वर्ष) व पोती मीना (10 वर्ष) के रूप में हुई है।
रविवार सुबह 10 बजे भंवरी देवी बकरियां चराने के लिए घर से निकली थीं। उनके साथ पोता-पोती भी थे। तीनों तालाब के पास पहुंचे, जहां दादी बकरियों पर नजर रख रही थीं। इस दौरान दोनों बच्चे नहाने के लिए तालाब में उतर गए और गहरे पानी में चले गए। उन्हें डूबता देख भंवरी देवी ने बचाने के लिए तालाब में छलांग लगा दी, लेकिन तैरना नहीं आने के कारण वह भी डूब गईं।
कुछ देर बाद तालाब के पास पहुंचे गांव के बच्चों ने पानी में भंवरी देवी का शव देखा और शोर मचाया। ग्रामीण मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर तीनों शव बाहर निकलवाए और देवगढ़ के राजकीय अस्पताल भेजा, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिए गए।