राजस्थान में नाबालिग बच्चियों और युवतियों के खिलाफ अपराधों की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। हाल ही में उदयपुर और जयपुर से जुड़े दो अलग-अलग मामलों ने झकझोर दिया है।
इसके साथ ही राज्य पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी किए गए आधिकारिक आंकड़े भी महिलाओं और नाबालिगों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर रहे हैं।
उदयपुर: जिम ट्रेनर ने की 13 वर्षीय छात्रा से दरिंदगी
उदयपुर के एक निजी स्कूल में 13 वर्षीय छात्रा के साथ दुष्कर्म का मामला दर्ज हुआ है। शिकायत के अनुसार सोमवार, 25 अगस्त को बारिश की वजह से स्कूल की छुट्टी थी। लेकिन इस बात से अनजान छात्रा जब स्कूल पहुंची तो वहां केवल जिम ट्रेनर मौजूद था। आरोप है कि उसने छात्रा को जिम के अंदर बुलाकर दुष्कर्म किया। घर पहुंचने के बाद डरी-सहमी बच्ची ने परिवार को पूरी घटना बताई। परिजनों ने 26 अगस्त को अंबामाता थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने पॉक्सो एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
वहीं, जयपुर के युवक ने खाटूश्याम ले जाने के बहाने होटल में किया नाबालिग से रेप
अजमेर के नसीराबाद की एक नाबालिग छात्रा की इंस्टाग्राम पर दोस्ती जयपुर निवासी युवक पवन पहाड़िया से हुई थी। 24 अगस्त को युवक ने उसे खाटूश्याम घूमने का बहाना बनाकर जयपुर बुलाया। वहां पहुंचने पर आरोपी उसे होटल के कमरे में ले गया और धमकाकर दुष्कर्म किया।
बाद में आरोपी ने पीड़िता को झोटवाड़ा थाने पर छोड़कर उसके परिजनों को सूचना दी। परिवार जयपुर पहुंचा और उसे साथ लेकर नसीराबाद लौटा। इसके बाद नसीराबाद सिटी थाने में शिकायत दी गई, जहां से जीरो एफआईआर दर्ज कर मामला जयपुर सदर थाने को भेजा गया।
आधिकारिक आंकड़े खौफनाक तस्वीर दिखाते हैं
राजस्थान पुलिस मुख्यालय की रिपोर्ट के अनुसार जनवरी से जून 2025 के बीच नाबालिगों और महिलाओं से जुड़े अपराधों की संख्या चौंकाने वाली रही है।
- गैंगरेप के 200 से अधिक मामले दर्ज हुए, जिनमें से पांच पीड़िताओं की हत्या भी कर दी गई।
- यौन उत्पीड़न के 600 से ज्यादा केस सामने आए।
- कुल 19,600 आपराधिक मामले महिलाओं पर अत्याचार से जुड़े रहे।
- इनमें से 5,359 मामलों में चार्जशीट दाखिल की गई, जबकि 4,613 केस झूठे पाए जाने के कारण बंद कर दिए गए।
- पुलिस की जांच अधूरी रहने से 9,451 मामले लंबित हैं।
- POCSO एक्ट के तहत नाबालिग बच्चों से दुष्कर्म व यौन अपराधों के 1,631 केस दर्ज हुए, जिनमें से 186 झूठे पाए गए, 14 में अन्य कारणों से एफआईआर हुई, 744 में चार्जशीट पेश की गई और 707 मामलों की जांच जारी है। जबकि जुलाई तक कुल 779 दुष्कर्म के केस दर्ज किए जा चुके हैं।